Israel-Iran War: बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि नतांज में ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधा और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केंद्र को निशाना बनाया गया.
Israel-Iran War: पश्चिम एशिया में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है, क्योंकि इजरायल ने शुक्रवार, 13 जून की सुबह ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य क्षेत्रों में परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. इजरायली सेना ने इसे ‘पूर्वव्यापी और सटीक हमला’ करार देते हुए दावा किया कि यह ऑपरेशन ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने और क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए था. दूसरी ओर, ईरान ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए चेतावनी दी कि “याद रखें, हमने इसकी शुरुआत नहीं की.”
बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में क्या कहा?
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि नतांज में ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधा और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केंद्र को निशाना बनाया गया. उन्होंने इसे “इजरायल के अस्तित्व के लिए खतरे को कम करने” का कदम बताया. नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया, हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट किया कि इस हमले में अमेरिका की कोई संलिप्तता नहीं थी. रुबियो ने ईरान को चेतावनी दी कि वह अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना न बनाए.
तेहरान के उत्तर-पूर्वी हिस्से में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं
ईरानी मीडिया ने बताया कि तेहरान के उत्तर-पूर्वी हिस्से में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं. ईरान की वायु रक्षा प्रणाली को तुरंत सक्रिय कर दिया गया, लेकिन नुकसान की पूरी जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है. ईरान की सुप्रीम राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने दावा किया कि उसकी खुफिया एजेंसियों ने इजरायल के गुप्त परमाणु ठिकानों की जानकारी हासिल की है और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी. तेहरान ने कहा, “अगर इजरायल ने उकसावे की कार्रवाई जारी रखी, तो हम उनके परमाणु ठिकानों को नष्ट कर देंगे.”
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका भी जताई जा रही
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते पर छठे दौर की वार्ता रविवार को ओमान में होने वाली थी. विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल का यह कदम क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकता है, जिससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका भी जताई जा रही है. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा, “इजरायल और उसके समर्थकों को कठोर जवाब मिलेगा.” दूसरी ओर, इजरायल ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी, क्योंकि उसे ईरान से मिसाइल और ड्रोन हमले की आशंका है.
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