PM Modi in Maldives : पीएम मोदी के दौरे के बाद तल्ख रिश्तों में थोड़ी नरमी देखी जा रही है. इसी बीच राष्ट्रपति मोइज्जू ने कहा कि भारत ने एक मजबूत और अटूट बंधन स्थापित किए हैं.
PM Modi in Maldives : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) दो दिन के दौरे पर मालदीव पहुंचे हैं और बीते दिनों पहले हुए विवाद के बाद उनका यह पहला दौरा है. मालदीव को लेकर भारतीयों के मन में गुस्सा था लेकिन अब रिश्तों में खटास खत्म हो गई है और दोनों देशों के बीच में बढ़ी हुई दूरियां भी काफी हद तक कम हुई है. इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि भारत ने एक मजबूत और अटूट बंधन स्थापित किए हैं, जो कूटनीति से कहीं आगे तक फैला हुआ है. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में शुक्रवार की रात में आयोजित राजकीय भोज के दौरान मुइज्जू ने भारत के निरंतर समर्थन और अटूट मित्रता के लिए आभार व्यक्त किया है.
मोदी की यात्रा मजबूत संबंध का निर्माण किया
मालदीव और भारत के बीच में 60 वर्षों के राजनयिक संबंधों पर विचार करते हुए मुइज्जू ने दोनों देशों के बीच में राजनयिक संबंधों को साझा इतिहास और स्थायी साझेदारी को प्रतिबिंब बताया है. दूसरी तरफ राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से जारी किया बयान के मुताबिक, मुइज्जू ने कहा कि मालदीव और भारत के बीच संबंध औपचारिक कूटनीति से कहीं आगे तक फैले हुए हैं और सदियों पुराने संबंध हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापारियों और पड़ोसियों के रूप में दोनों की साझा यात्रा ने एक मजबूत संबंध का निर्माण किया है. साथ ही मालदीव सरकार एक समावेशी और गतिशील अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है.
विभिन्न सेक्टरों को लेकर हुई चर्चा
इसके अलावा राष्ट्रपति मुइज्जू ने स्वीकार किया कि भारत की साझेदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करेगी. साथ ही उन्होंने भारत-मालदीव साझेदारी की कामना व्यक्त की जिसमें दोनों देशों के बीच स्थायी शांति और समृद्धि आए. इससे पहले पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने विभिन्न सेक्टरों को लेकर वार्ता की, जिसमें मुख्य रूप से व्यापार, रक्षा, और समुद्री सुरक्षा समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में जोर दिया. इसके अलावा मोदी-मुइज्जू वार्ता ने बेचैनी और तनाव को खत्म करने के साथ सकारात्मक संकेत दिया. दूसरी तरफ भारत ने शुक्रवार को मालदीव के लिए 4,850 करोड़ रुपये की ऋण सहायता की घोषणा की और जल्द ही एक मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की.
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