Home Latest News & Updates ‘TMC के इशारे पर बंगाल में फर्जी नामों को शामिल किया गया…’ SIR विवाद के बीच BJP ने EC से कहा

‘TMC के इशारे पर बंगाल में फर्जी नामों को शामिल किया गया…’ SIR विवाद के बीच BJP ने EC से कहा

by Sachin Kumar
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West Bengal News : पश्चिम बंगाल में SIR को लेकर भी घमासान जारी है. इसी बीच BJP का एक डेलीगेशन चुनाव आयोग से मिला और राज्य में हो रही गड़बड़ियों की तरफ ध्यान दिलाने की कोशिश की.

West Bengal News : पश्चिम बंगाल में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले BJP-TMC के बीच आरोप प्रत्यारोप चरम पर है. इसके अलावा राज्य में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर भी महासंग्राम छिड़ा हुआ है और इसी बीच BJP ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य में सत्ताधारी TMC के कहने पर वोटर लिस्ट में फर्जी और संदिग्ध नाम शामिल किए जा रहे हैं. अब इसको लेकर पार्टी ने चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की अपील की है. इसके अलावा BJP एक डेलीगेशन ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से संपर्क अनुरोध किया कि मतुआ समुदाय के सदस्यों, बौद्ध और जैन समेत हिंदू समुदाय को भरोसा दिलाया कि राज्य में SIR के दौरान उनके नाम वोटर लिस्ट में शामिल किए जाएंगे.

ईसी के सामने गड़बड़ियों को किया हाई लाइट

BJP डेलीगेशन अपनी मांगों के एक मेमोरेंडम के साथ इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों से मिला. इस डेलीगेशन में पश्चिम बंगाल के को-इंचार्ज अमित मालवीय, राज्य इकाई के अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य और MP खगेन मुर्मू शामिल थे. EC अधिकारियों से मिलने के बाद अमित मालवीय ने मीडियाकर्मियों से कहा कि हमने SIR के पहले फेज में अब तक देखी गई गड़बड़ियों को हाईलाइट किया. साथ ही हमने चुनाव आयोग के ध्यान में लाया कि TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी BLO को फर्जी और नकली एंट्री स्वीकार करने के लिए धमका रही हैं. उन्होंने कहा कि डेलीगेशन ने ध्यान में लाए कि टीएमसी कार्यकर्ता और निचले लेवल के ब्यूरोक्रेट के दबाव में कई मरे हुए वोटर्स को वोटर लिस्ट में शामिल किया जा रहा है.

बीजेपी डेलीगेशन ने की कई शिकायतें

मालवीय ने कहा कि हमने इलेक्शन कमीशन को ऐसे उदाहरण भी दिए जहां लिस्ट में शक वाले वोटर्स को शामिल करने के लिए बनावटी फैमिली लिंकेज बनाए गए हैं. उन्होंने दावा किया कि मरे हुए या शिफ्टेड वोटर्स को फ्रॉड लिंकेज बनाने के लिए नए एप्लिकेंट्स के माता-पिता या रिश्तेदार के तौर पर गलत तरीके से दिखाया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि एसआईआर के मकसद से व्यक्ति के ससुर को भी पिता के तौर पर दिखाया गया है. साथ ही हमने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि किस तरह से कई मामलों में मां की उम्र बेटे की आयु से कम है. उन्होंने आगे कहा कि यह तक मुमकिन नहीं है जब तक पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर धांधली की कोशिश न की जा रही हो.

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