3 March 2024
तिल के उपयोग से हटाएं एजिंग साइन्स
तिल के बीजों को आयुर्वेद में जड़ी-बूटी समान माना गया है। ये आयरन, विटामिन बी, ई, ओमेगा 6 और मैग्नीशियम जैसे गुणों का भंडार होते हैं। इनके सेवन से सेहत को बेहतरीन लाभ प्रदान होते हैं। हालांकि, तिल न सिर्फ सेहत बल्कि स्किन को भी ढेरों लाभ पहुंचाते हैं। इसमें एंटी-एजिंग, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे कई एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं जो चेहरे की झुर्रियों, टैनिंग और डलनेस को दूर करने में सहायक साबित होते हैं। जानते हैं तिल से कैसे किया जा सकता है एजिंग साइन्स को कंट्रोल…
ऐसे बनाएं पैक
- सबसे पहले 1 बड़ चम्मच तिल के बीजों को मिक्सी में डालकर महीन पीस लें।
- फिर इसमें 1 बड़ा चम्मच शहद मिलाकर स्मूद पेस्ट बनाएं।
- अब तैयार पेस्ट को लगाने से पहले फेस वॉश कर लें।
- फिर इसको पूरे फेस और गर्दन पर अच्छी तरह से लगाएं।
- अब 15 मिनट तक सुखाएं और गुनगुने पानी से वॉश कर लें।
- ऐसा करने से स्किन डीप मॉइश्चराइज बनी रहती है।
तिल के फायदे
- तिल को चेहरे पर अप्लाई करने से डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने में मदद मिलती है।
- तिल के उपयोग से रूखी और बेजान त्वचा से छुटकारा पाया जा सकता है।
- तिल स्किन को एक्सफोलिएट करता है जिससे स्किन में निखार आता है।
- तिल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट स्किन को ग्लोइंग और एंटी एजिंग बनाते हैं।
- इसमें एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो स्किन कंडीशन को बेहतर करते हैं।
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Disclaimer: ये खबर सिर्फ आपको जागरूक करने के लिए लिखी गई है। इसके लिए घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारी की मदद ली गई है। अपनी स्किन और सेहत के लिए कोई नुस्खा आजमाने से पहले कृप्या डॉक्टर्स की सलाह लें।
