Trending Destinations of 2026: अगर आप भी दिसंबर की छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो आपके लिए ऐसी जगह लेकर आए हैं जो 2026 का सबसे हॉट ट्रैवल स्पॉट बना हुआ है.
21 November, 2025
Trending Destinations of 2026: अगर आपको लगता था कि इंडिया की ट्रैवल लिस्ट सिर्फ गोवा, जयपुर या कोचि तक ही सीमित है, तो 2026 आपके लिए सरप्राइज लेकर आ रहा है. दरअसल, स्काई स्कैनर की नई ट्रैवल ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में सबसे तेजी से ट्रेंड करने वाला डेस्टिनेशन कोई बड़ा शहर नहीं, बल्कि असम का शांत, खूबसूरत और कल्चर-रिच शहर जोरहाट है. इस शहर ने 493 प्रतिशत की जबरदस्त सर्च ग्रोथ दर्ज की है. सबसे अच्छी बात ये है कि आप जोरहाट के चाय-बागानों की शांति, इसकी सांस्कृतिक विरासत और नदी तट की खूबसूरती को बहुत ज्यादा खर्च किए बिना आराम से एक्सप्लोर कर सकते हैं.

क्यों ट्रेंड में है जोरहाट?
जोरहाट की सबसे बड़ी खासियत है इसकी लोकेशन. ये दुनिया के सबसे बड़े रिवर आइलैंड माजुली का गेटवे है. माजुली के सेशन, लोककला, डांस और पुरानी संस्कृति का जादू हर ट्रैवलर को खींचता है. साथ ही यहां चाय-बागानों की हरियाली, हेरिटेज साइट्स, वाइल्डलाइफ ऐक्सेस और बजट-फ्रेंडली स्टे मिलकर इसे साल 2026 का सबसे अट्रैक्टिव ऑफबीट डेस्टिनेशन बना रहे हैं.

कैसे पहुंचे?
जोरहाट के लिए रोजाना फ्लाइट्स गुवाहाटी से चलती हैं. पहले से टिकट बुक कर लें तो दिल्ली से राउंड ट्रिप किराया लगभग 11 से 12 हजार और मुंबई से 14 से 15 हजार के आसपास पड़ जाता है. शहर के अंदर ऑटो, टेंपो और लोकल टैक्सी आसानी से मिल जाते हैं. स्कूटर किराए पर लेकर आप चाय के बागानों में घूमने या आस-पास के गांवों तक आराम से जा सकते हैं. इसके अलावा माजुली जाने के लिए फेरी टिकट सिर्फ 20–30 रुपये में मिल जाती है.

कहां ठहरें?
जोरहाट बजट ट्रैवलर्स के लिए परफेक्ट जगह है. यहां गेस्टहाउस और होमस्टे 800 से 1500 रुपये पर डे में मिल जाते हैं. इसके अलावा इनमें अक्सर नाश्ता भी साथ मिलता है. अगर आप हेरिटेज एक्सपीरियंस करना चाहते हैं, तो टी-एस्टेट बंगलोज़ भी बढ़िया ऑप्शन हैं. लकड़ी के पुराने फ्लोर, हरियाली का नजारा और असम की हॉस्पिटैलिटी का क्लासिक टच का मज़ा और वो भी बिना जेब पर भारी पड़े.
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क्या देखें?
जोरहाट चमकदार बिल्डिंग्स वाला शहर नहीं, साथ ही भारतीय संस्कृति से सजी जगह भी है. आप यहां जाकर टोकलाई चाय अनुसंधान संस्थान (Tocklai Tea Research Institute) से घूमने की शुरुआत कर सकते हैं. यहां चाय की साइंस और उसके इतिहास की दिलचस्प जानकारी मिलती है. इसके बाद देखें 1461 में बना ढेकियाखोवा बोरनामघर (Dhekiakhowa Bornamghar), जो वहां का फेमस एक प्रमुख वैष्णव प्रार्थना स्थल है. थोड़ा आगे बढ़ें तो काजीरंगा के किनारे दिखाई देंगे, जहां घास के बड़े मैदान और गैंडों की झलक मिल सकती है. इसके बाद आप माजुली जरूर जाएं, जहां सदियों पुरानी आर्ट, डांस और अध्यात्म आज भी जिंदा है.

लोकल मार्केट
जोरहाट के बाजार छोटे और प्यारे हैं. चौक बाजार में हाथ से बुना गामोसा, मसाले और बांस के स्मोक्ड प्रोडक्ट्स मिलते हैं. गर अली में पुराने जमाने की दुकानों का चार्म और हैंडक्राफ्टेड जूलरी मिलती है. फूड लवर्स के लिए सेंट्रल फिश मार्केट एक अलग ही एक्सपीरियंस होता है. इसके अलावा बात करें वहां के खाने की तो, जोरहाट का खाना सादा, टेस्टी और बिल्कुल लोकल है. यहां चावल, खट्टी दाल, हरी सब्जियां, बांस के अचार और नदी की मछली से बने खाने मिलते हैं. वहां की मछोर टेंगा, पिथा और डक करी फेमस है. वहां के लोकल रेस्टोरेंट्स में 120–200 रुपये में पेटभर खाना मिल जाता है.

कब जाएं?
जोरहाट घूमने का सबसे बढ़िया टाइम अक्टूबर से अप्रैल का है. इस मौसम में चाय के बागान हरे-भरे होते हैं, मौसम ठंडा और साफ रहता है. इसके अलावा माजुली की फेरी भी आसानी से चलती है. ठंडी सुबहें और ब्रह्मपुत्र के किनारे सुनहरी शामें आपकी जर्नी को और खास बना देती हैं. ऐसे में अगर आपको भी शांत, सुकूनभरी, खूबसूरत और किफायती ट्रैवलिंग करनी है, तो असम का जोरहाट अच्छा ऑप्शन है.
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