गुजरात के अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुआ विमान अमेरिकी कंपनी का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन शुरुआत से ही विवादों में घिरा रहा है.
Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुआ विमान अमेरिकी कंपनी का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन बताया जा रहा है. यूं तो हादसों के बाद अक्सर विमानों की सुरक्षा सवालों के घेरे में आती है लेकिन बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन का विवादों से पुराना नाता रहा है. दूसरे शब्दों में यूं कह लीजिए कि ये विमान शुरुआत से ही विवादों से घिरा रहा है. ऐसे में इस विमान को लेकर जो भी कंट्रोवर्सी रही हैं, उनपर ध्यान देना बेहद दिलचस्प हो जाता है.
तीन महीने के लिए उड़ानों पर रही थी रोक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जापान की दो एयरलाइंस कंपनियों ने 2013 की शुरुआत में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमानों को खरीदा था. हालांकि, कुछ समय बाद ही इन विमानों में आग लगने की घटनाएं हुईं. खबर है कि लीथीयम बैटरी में आग लगी थी. आग लगने की पहली घटना तब सामने आई जब ये विमान बोस्ट एयरपोर्ट पर मौजूद था. वहीं दूसरी घटना में टेक्निकल प्रॉब्लम होने के बाद इसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. तकनीकी खामियों की वजह से बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन पर तीन महीनों के लिए रोक भी लगाई गई थी.
टेक्निकल प्रॉब्लम का है लंबा इतिहास
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन का सामना कई बार तकनीकी समस्याओं से हुआ है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये बात भी सामने आई है कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की कई बार हाइड्रोलिक लीकेज और फ्लैप में खराबी की वजह से इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है. कई बार फ्लाइट्स को भी डायवर्ट करने की नौबत आई है. कई बार फ्लाइट्स को भी कैंसिल किया गया है. कई बार विमान के इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेल होने होने, विंडशील्ड में क्रैक, फ्यूल लीकेज और सॉफ्टवेयर में गड़बड़ियों की भी शिकायतें मिली हैं.
मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की आईं शिकायतें
साल 2020 से 2022 के बीच मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की भी कई शिकायतें सामने आईं. खबर है कि ड्रीमलाइनर प्लेन के हिस्से अलग-अलग बनते हैं और बाद में इन्हें असेंबल किया जाता है. कई बार प्लेन के पार्ट्स को ज्वाइन करने में भी सावधानी नहीं बरती जाती और उनमें गैप की शिकायतें आती हैं. जब ये विमान खड़ा रहता है तो इसकी स्टैंडिंग पोजिशन भी ठीक नहीं होती है.
सैल सालेह ने उठाए सवाल
बोइंग के विमानों में 2020 से 2022 के बीच मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट की शिकायतें भी आईं. ड्रीमलाइनर प्लेन के हिस्सों को अलग-अलग बनाकर बाद में असेंबल किया जाता है. विमान के हिस्सों को जोड़ने के दौरान कई बार इनमें गैप की शिकायत भी सामने आई. कई बार स्टैंडिंग के दौरान विमान की पोजिशन भी ठीक नहीं होती है. इस कड़ी में बोइंग में काम करने वाले सैम सालेह ने 2024 में कहा था कि ड्रीमलाइनर के कुछ पार्ट्स ठीक से नहीं जुड़े हैं. सैम सालेह ने ये भी कहा था कि प्लेन के पार्ट्स अलग-अगल कंपनी से बनने की वजह से ही ठीक से असेंबल नहीं हो पाते. सैम के इन दावों को कंपनी ने सिरे से खारिज कर दिया था.
सवाल उठाने वाले की मिली लाश!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोइंग कंपनी मे किसी समय कार्यरत रहे जॉन बार्नेट ने प्लेन की सिक्योरिटी पर गंभीर सवाल खड़े किए. कुछ महीनों के बाद ही जॉन बार्नेट की उनकी पार्किंग में संदिग्ध हालत में लाश मिली. इस मौत पर कई सवाल खड़े किए गए.
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