Karnataka Politics : उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और उनके लिए एक समय कहा जा रहा था कि वह 2.5 साल के लिए उनको मुख्यमंत्री पद दिया जाएगा. यही वजह है कि सत्ता का नेतृत्व चेंज करने की समझ चर्चा चल रही है.
Karnataka Politics : कर्नाटक की राज्य सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सियासी संग्राम मचा हुआ है. इसी बीच कर्नाटक में विधायकों और सांसदों में मीटिंग के बाद चर्चा तेज हो गई है कि क्या वहां पर परिवर्तन होने वाला है. इसी बीच AICC के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नेतृत्व परिवर्तन पर किसी भी तरह से राय लेने से मंगलवार को इनकार कर दिया. सुरजेवाला ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विधायकों और सांसदों से मिला जा रहा है और उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में उनके द्वारा किए गए कार्यों को भी समझा जा रहा है. कांग्रेस नेता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आप में से कुछ लोगों ने मुझसे पूछा है कि क्या आप नेतृत्व परिवर्तन पर राय ले रहे हैं. उन्होंने कहा मैंने कल भी यही जवाब दिया था और आज फिर देर रहा हूं कि इसका जवाब स्पष्ट रूप से एक शब्द में नहीं है.
विधायकों की होगी समीक्षा
प्रेजेंट टाइम में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और उनके लिए एक समय कहा जा रहा था कि वह 2.5 साल के लिए उनको मुख्यमंत्री पद दिया जाएगा. साथ ही अब अढ़ाई साल कांग्रेस को सत्ता पर काबिज हुए हो गए हैं और इस बात की चर्चा तेज होने लगी है कि क्या कर्नाटक के नेतृत्व में परिवर्तन किया जाएगा. इसी सभी मुद्दों को ध्यान में रखकर सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने पार्टी के विधायों, सांसदों, MLC के अलावा विधानसभा और लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले पार्टी के उम्मीदवारों के साथ बैठक की है. उन्होंने यह भी कहा कि अगले सात से आठ दिनों में एक बार मिला जाएगा. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हम अपने विधायकों से यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि पिछले दो सालों में उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में क्या काम किया है और उनके प्रदर्शन की समीक्षा करना महत्वपूर्ण है.
जवाबदेही होगी सुनिश्चित
उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं विधायक हूं तो मेरा दायित्व है कि मैं लोगों के प्रति अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करूं और कांग्रेस पार्टी के चुनावी वादे मेरे निर्वाचन क्षेत्र पूरे हुए या नहीं. यही वजह है कि मैं लगातार विधायकों से उनके रिपोर्ट कार्ड लेने की कहा रहा हूं. सुरजेवाला ने कहा कि हम उनसे यह भी पूछ रहे हैं कि उन्हें क्या कठिनाई नजर आ रही है और कितनी आगे लिए आकांक्षा दिख रही है. इसके अलावा महत्वकाक्षांओं से सरकार को अवगत कराने की पूरी कोशिश की जाएगी. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि NSUI, महिला कांग्रेस, SC/ST और OBC, अल्पसंख्यक, किसान विभाग और युवा कांग्रेस जैसे संगठनों की भी समीक्षा की जाएगी.
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