Home Top News Opposition Attack: TOP से CAP तक की जंग! विपक्ष ने साधा निशाना, बोले “अब CAP संभालें”

Opposition Attack: TOP से CAP तक की जंग! विपक्ष ने साधा निशाना, बोले “अब CAP संभालें”

by Jiya Kaushik
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ट्रंप की नई टैरिफ नीति पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए कहा है कि मोदी की ‘दोस्ती’ अब भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है.

Opposition on CAP: ट्रंप की नई टैरिफ नीति पर कांग्रेस ने हमला बोलते हुए कहा है कि मोदी की ‘दोस्ती’ अब भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है.

Opposition on CAP: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने और रूस से तेल व रक्षा उपकरण खरीदने पर दंडात्मक कार्रवाई की घोषणा की है, जिसके बाद भारत की विदेश नीति को लेकर एक नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो कभी सब्जियों के दाम की TOP (टमाटर, प्याज, आलू) चुनौती की बात करते थे, अब उन्हें CAP (चीन, अमेरिका, पाकिस्तान) से सियासी संकट का सामना करना पड़ रहा है.

CAP पर कांग्रेस ने कसा तंज

कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कभी महंगाई के संदर्भ में TOP (Tomato, Onion, Potato) की बात की थी, लेकिन अब देश को CAP (China, America, Pakistan) से गंभीर राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. रमेश ने कहा कि ट्रंप सरकार ने भारत पर एक के बाद एक सख्त फैसले लिए हैं, जिससे मोदी की ‘व्यक्तिगत कूटनीति’ पर सवाल उठता है.

कैसी है ट्रंप के फैसलों की श्रृंखला ?

जयराम रमेश के अनुसार, ट्रंप ने 30 बार दावा किया कि उनकी वजह से “ऑपरेशन सिंदूर” रूका. 18 जून को उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख और पहलगाम आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता को व्हाइट हाउस में लंच पर बुलाया. अब उन्होंने भारत से आने वाले सभी अमेरिकी आयातों पर 25% शुल्क लगाने की घोषणा की है, साथ ही रूस से तेल और सैन्य उपकरण खरीदने पर भी पेनल्टी लगाई गई है.

इसके अलावा अमेरिका ने कम से कम 6 भारतीय कंपनियों पर ईरान से व्यापार करने के चलते प्रतिबंध भी लगाए हैं. ट्रंप ने पाकिस्तान को तेल-गैस के भंडार खोजने और विकसित करने में सहायता देने की बात कही है, साथ ही विश्व बैंक और IMF से भी पाकिस्तान को वित्तीय मदद दिलाने की वकालत की है.

पीएम की ‘दोस्ती कूटनीति’ सवालों के घेरे में

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और फिर डोनाल्ड ट्रंप से ‘व्यक्तिगत दोस्ती’ की रणनीति अपनाई, लेकिन दोनों नेताओं ने उनका “मूल्यांकन” कर लिया है. रमेश ने कहा, “अब दोनों नेताओं को पता है कि मोदी को उनके ‘ईगो’ के ज़रिए आसानी से मैनेज किया जा सकता है.”

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर भारत की व्यापार नीति को “कठोर और घिनौनी” करार दिया और कहा, “सभी चीजें अच्छी नहीं हैं! भारत को 1 अगस्त से 25% शुल्क के साथ-साथ अतिरिक्त दंड भी देना होगा.”

अमेरिका के नए आर्थिक और कूटनीतिक रुख ने भारत की विदेश नीति की दिशा और उसकी प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार की ‘दोस्ती आधारित’ विदेश नीति आज भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है. आने वाले समय में यह देखना अहम होगा कि भारत इस CAP संकट से कैसे निपटता है, खासतौर पर तब जब वैश्विक मंच पर उसका संतुलन साधना पहले से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है.

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