Home Top News ‘एक बार बोल दें ट्रंप झूठ बोल रहे हैं…’ लोकसभा में राहुल गांधी ने साधा PM मोदी पर निशाना!

‘एक बार बोल दें ट्रंप झूठ बोल रहे हैं…’ लोकसभा में राहुल गांधी ने साधा PM मोदी पर निशाना!

by Sachin Kumar
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Rahul Gandhi Parliament Speech

Operation Sindoor : लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी में अगर इंदिरा गांधी का 50 प्रतिशत भी साहस है तो बोल दें कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं.

Operation Sindoor : पाकिस्तान के खिलाफ संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है. इसी बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि जिस दौरान ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से पहले कांग्रेस पार्टी समेत विपक्ष ने प्रतिबद्ध किया कि हम सेना और भारत सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं. इसके बाद उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया. राहुल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के कुछ देर बाद ही सीजफायर कर दिया गया. अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में इंदिरा गांधी का 50 प्रतिशत भी साहस है तो वह एक बार सदन में बोल दें कि ट्रंप युद्धविराम के बारे में झूठ बोल रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्र आपकी पार्टी, राजनीति और पीआर से काफी ऊपर है. साथ ही सेना को अपनी छवि बचाने का जरिया मत बनाइए.

ट्रंप ने भोजन पर असीम मुनीर को बुलाया

राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष को निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार के अनुसार, वे पाकिस्तान को रोकने का दावा करते हैं, फिर भी पूरे ऑपरेशन का मास्टरमाइंड अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ दोपहर का भोजन कर रहा है. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कहते हैं कि निमंत्रण का कारण आभार व्यक्त करना था. आभार, आखिर किस बात का? स्थिति को और न बिगाड़ने और उसे समाप्त न करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति पहलगाम की घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के बारे में ये टिप्पणियां कर रहे हैं. इस बीच जनरल असीम मुनीर अमेरिकी जनरल माइकल कुरिल्ला और चार मध्य एशियाई देशों के जनरल आतंकवाद की रोकथाम पर केंद्रित एक सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. जहां अधिकारी आतंकवाद में उसकी भूमिका के लिए सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान की निंदा कर रहे हैं. वहीं, अमेरिका उस व्यक्ति से बातचीत कर रहा है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसकी मदद करने के तरीके तलाश रहा है.

पहलगाम हमले के पीड़ितों का जिक्र नहीं हुआ

लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता ने कहा कि यह पूरी चर्चा पहलगाम में हुई दुखद जनहानि के इर्द-गिर्द है. यह चिंताजनक है कि कल भी, इन सभी चर्चाओं के बीच पहलगाम हमले के पीड़ितों का जिक्र तक नहीं हुआ. आइए यह सुनिश्चित करें कि भारत वैश्विक शक्तियों के लिए एक मात्र युद्धक्षेत्र बनकर न रह जाए. हमें अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हुए इन जटिलताओं से निपटना होगा. प्रधानमंत्री जी, राष्ट्र की सुरक्षा और उसकी सेनाएं आपकी व्यक्तिगत छवि, राजनीति और जनसंपर्क से ऊपर हैं. कृपया इसे समझने में विनम्रता और गरिमा का परिचय दें. तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए सशस्त्र बलों और राष्ट्रीय हितों की बलि न चढ़ाएं.

हम चीन-पाक सैन्य का सामना कर रहे

पार्लियामेंट में राहुल गांधी मोदी सरकार पर हमलावर रहे है. उन्होंने पाकिस्तान और चीन के बीच यह एकीकरण कैसे हुआ? मैं स्पष्ट करना चाहूंगा. चीन की सहायता से पाकिस्तान में CENTAIC नामक एक केंद्र बनाया गया है, जो AI और कंप्यूटिंग का केंद्र है. इस केंद्र का उद्देश्य पाकिस्तानी वायु सेना को चीनी वायु सेना के साथ एकीकृत करना है, जिससे पाकिस्तानी वायु सेना एक नेटवर्क-केंद्रित वायु सेना में परिवर्तित हो सके. 2021 से पाकिस्तानी रणनीतिक अधिकारी PLA के पश्चिमी और उत्तरी थिएटर कमांड में शामिल हैं, जहां वे अपने चीनी समकक्षों के साथ समन्वय करते हैं. अब मुद्दा यह है कि हम केवल चीन या पाकिस्तान का ही नहीं, बल्कि चीन और पाकिस्तान की एक सैन्य रूप से एकीकृत इकाई का सामना कर रहे हैं.

चीन एक बड़ी अर्थव्यवस्था

उन्होंने कहा कि कृपया याद रखें कि किसी भी पड़ोसी देश या किसी अन्य देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की है. रक्षा मंत्री ने चीन का ज़िक्र नहीं किया. यही बात है. मैं विदेश मंत्री का एक उद्धरण पढ़ता हूँ ‘देखिए, चीन एक बड़ी अर्थव्यवस्था है. मैं क्या करूँगा? एक छोटी अर्थव्यवस्था होने के नाते, क्या मैं एक बड़ी अर्थव्यवस्था से झगड़ा करूँगा? यह प्रतिक्रियावादी होने की बात नहीं है, यह सामान्य बुद्धि की बात है. इसका मतलब है कि वह डरे हुए हैं और यही बात है. बात यह है कि अब हम चीन और पाकिस्तान के विलय का सामना कर रहे हैं. इस समय अपनी छवि बचाने के लिए प्रधानमंत्री का सेना का इस्तेमाल करना खतरनाक है. यह देश के लिए खतरनाक है. सेना का इस्तेमाल सिर्फ़ राष्ट्रहित में और प्रभावी ढंग से काम करने की आज़ादी के साथ किया जाना चाहिए. अगर आप उनका इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आपको उन्हें काम करने की स्वायत्तता देनी होगी. उन पर पाबंदी न लगाएं, बल्कि उन्हें हालात का डटकर सामना करने दें. पूरी दृढ़ता से लड़ें और उन्हें हमेशा के लिए हरा दें. राष्ट्रपति ट्रंप को यह दावा न करने दें कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध को 29 बार रोका है. उन्हें यह बताने का साहस रखें कि वे कोई भी युद्ध नहीं रोक सकते. हम अपने देश के लिए लड़ेंगे.

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