Raj Bhawan Renamed: केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों में राजभवन के नाम बदलकर लोक भवन करने का निर्देश दिया है. कुछ राज्यों ने औपचारिक रूप से नाम बदल भी दिया है.
3 December, 2025
Raj Bhawan Renamed: केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राजभवन के नाम बदलने का निर्देश दिया है. अब राजभवन को ‘लोक भवन’ के नाम से जाना जाएगा. सभी सरकारी दस्तावेजों पर राजभवन की जगह लोक भवन शब्द को प्रयोग किया जाएगा. यह बदलाव होम मिनिस्ट्री के देश भर के राजभवनों का नाम बदलकर लोकभवन और राजभवन का नाम बदलकर लोक भवन करने के निर्देशों के बाद आया है. यह देश भर में कॉलोनियल जमाने के टाइटल को हटाने की एक पहल का हिस्सा है.
किन राज्यों में बदले गए नाम
झारखंड की राजधानी रांची में 62 एकड़ में फैले राजभवन का नाम बुधवार को ऑफिशियली लोकभवन कर दिया गया. इसके साथ ही मंगलवार को महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के राजभवन के नाम बदल दिए गए हैं. इससे पहले तमिलनाडु, केरल, असम, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, ओडिशा, गुजरात और त्रिपुरा में भी राजभवन का नाम बदलकर लोक भवन कर दिया गया है. अन्य राज्यों में औपराचिक रूप से नाम बदलना अभी बाकी है.
पीएमओ का भी नाम बदला गया
देश भर के सभी राजभवनों के नाम बदलने के साथ ही प्रधानमंत्री ऑफिस का भी नाम बदल दिया गया है. प्रधानमंत्री ऑफिस अब “सेवा तीर्थ” के नाम से जाना जाएगा. प्रधानमंत्री ऑफिस ने बताया कि भारत के सभी पब्लिक इंस्टीट्यूशन में बड़ा बदलाव किया गया है. इस बदलाव का मकसद गवर्नेंस के आइडिया को बढ़ावा देना और सर्विस और अथॉरिटी की जिम्मेदारी को बढ़ाना है. PMO के मुताबिक यह बदलाव सिर्फ एडमिनिस्ट्रेटिव ही नहीं बल्कि एथिकल और कल्चरल भी होगा.
क्यों बदले जा रहे नाम
राज्यपाल और उपराज्यपाल के ऑफिस अब “लोक भवन” और “लोक निवास” के नाम से जाने जाएंगे. राजभवन का नाम बदलकर “लोकभवन” करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत को उसकी गुलामी की जड़ों से आजाद कराने की कोशिशों का हिस्सा है. इससे पहले, राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया था. केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और उत्तराखंड राज्यपाल के सचिव रविनाथ रमन ने भारत सरकार की इस पहल की सराहना की है.
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