यह सड़क 26 जून से 30 जून के बीच हुई बारिश के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले टैंकरों और ट्रकों का परिचालन बंद हो गया था.
Aizawl: मिजोरम में छह दिन बाद राष्ट्रीय राजमार्ग खुलने से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पूरे सूबे में शुरू हो गई.राजमार्ग बंद होने से आपूर्ति रुक गई थी. राजमार्ग बंद होने से हजारों ट्रकें खड़ी हो गई थीं. मिजोरम में प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को ट्रकों का परिचालन शुरू हो गया. छह दिन पहले एक परिवहन संघ ने जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए इसे अवरुद्ध कर दिया था. अधिकारियों ने बताया कि मिजोरम टिपर एसोसिएशन (एमटीए) की कोलासिब इकाई ने सैरांग-कावनपुई सेक्टर पर एनएच-6/306 की मरम्मत का काम किया है.
आइजोल को सिलचर से जोड़ने वाला मार्ग हो गया था क्षतिग्रस्त
यह सड़क 26 जून से 30 जून के बीच हुई बारिश के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले टैंकरों और ट्रकों का परिचालन बंद हो गया था. राष्ट्रीय राजमार्ग-306 मिजोरम की प्राथमिक जीवन रेखा है, जो आइजोल को असम के सिलचर शहर से जोड़ती है. अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत कार्य के कारण हुई नाकेबंदी से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जिससे राज्य में पिछले छह दिनों से ईंधन की कमी हो गई थी. एमटीए ने एक बयान में कहा कि मंगलवार शाम को मरम्मत कार्य रोक दिया गया, जिससे ट्रक चालकों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने का रास्ता साफ हो गया.
ईंधन और एलपीजी गैस वाले ट्रकों को पहले छोड़ा गया
एसोसिएशन ने बयान में दावा किया कि सरकार द्वारा सड़क की मरम्मत नहीं किए जाने के कारण एसोसिएशन को यह कार्य करने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसने कहा कि कई वाणिज्यिक वाहन ऑपरेटरों और व्यक्तियों ने मरम्मत कार्य के दौरान अमूल्य सेवाएं दीं. एमटीए ने यह भी कहा कि एनएच-6 का सैरांग-कावनपुई सेक्टर इतनी जर्जर स्थिति में था कि आवश्यक वस्तुओं से भरे ट्रक नहीं चल सकते थे. एसोसिएशन ने कहा कि ईंधन और एलपीजी गैस ले जाने वाले ट्रकों को मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को जाने दिया गया.
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