Home Latest कारगिल शहीदों के सम्मान में ‘सरहद शौर्यथॉन’, युवाओं ने दौड़ लगाकर बहादुर सैनिकों को किया याद

कारगिल शहीदों के सम्मान में ‘सरहद शौर्यथॉन’, युवाओं ने दौड़ लगाकर बहादुर सैनिकों को किया याद

by Sanjay Kumar Srivastava
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मोहम्मद जाफर अखून ने कहा कि ‘सरहद शौर्यथॉन’ हमारे सैनिकों के साहस और भारतीयों की एकता की याद दिलाता है.

Kargil: कारगिल युद्ध के नायकों की वीरता और बलिदान को सम्मानित करने के लिए ‘सरहद शौर्यथॉन’ दौड़ का आयोजन रविवार को द्रास के प्रतिष्ठित कारगिल युद्ध स्मारक पर किया गया, जिसमें लद्दाख और देश के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया. इस दौड़ से कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) तक स्मारक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई, जो पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत और 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान किए गए बलिदानों का सम्मान करता है.

कारगिल युद्ध की वीरता के गवाह बने डिप्टी सीएम शिंदे

महाराष्ट्र के उप मुख्य मंत्री एकनाथ शिंदे, एलएएचडीसी-कारगिल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी पार्षद (सीईसी) मोहम्मद जाफर अखून, वरिष्ठ सेना और नागरिक अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. सभी अतिथि कारगिल युद्ध की वीरता के गवाह बने. इस मौके पर एक अधिकारी ने बताया कि सेना और सरहद पुणे द्वारा आयोजित शौर्यथॉन में विभिन्न दौड़ श्रेणियों के तहत पांच किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 21 किलोमीटर में भाग लिया गया. जिसमें सैकड़ों युवाओं, स्कूली छात्रों, सशस्त्र बल कर्मियों और नागरिकों ने भाग लिया. प्रतिभागियों ने द्रास के बीहड़ इलाकों में दौड़ लगाई, जो प्रतीकात्मक रूप से कारगिल संघर्ष के दौरान भारत के बहादुर सैनिकों की यात्रा को दर्शाता है.

द्रास में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

अखून ने इस पहल की सराहना की और सशस्त्र बलों के बलिदान के लिए उनके प्रति गहरा आभार व्यक्त किया. उन्होंने दौड़ के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि ‘सरहद शौर्यथॉन’ हमें हमारे सैनिकों के साहस और भारतीयों की एकता की याद दिलाता है. बाद में, सीईसी ने शिंदे से भी मुलाकात की और कारगिल के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. शिंदे ने उन्हें आश्वासन दिया कि द्रास उपजिला अस्पताल को एक सीटी-स्कैन मशीन दी जाएगी और कारगिल जिले के लिए कुछ एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जाएंगी. अधिकारी ने कहा कि उन्होंने द्रास में पर्यटन को बढ़ावा देने का भी वादा किया. कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को कारगिल युद्ध के दौरान मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले 559 सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है.

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