Startup Conclave: भारत की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (वैश्विक नवाचार सूचकांक) में रैंकिंग 91 से सुधरकर 38 हो गई है. अगले तीन वर्षों में भारत शीर्ष 10 देशों में शामिल हो जाएगा.
Startup Conclave: गुजरात सरकार के स्टार्टअप कॉन्क्लेव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत ने नवाचार के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है. उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक में भारत की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (वैश्विक नवाचार सूचकांक) में रैंकिंग 91 से सुधरकर 38 हो गई है. शाह ने विश्वास जताया कि अगले तीन वर्षों में भारत शीर्ष 10 देशों में शामिल हो जाएगा. शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किए गए ‘स्टार्टअप इंडिया’ अभियान के सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं. आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है, जिसने देश के युवाओं को नौकरी मांगने वालों से नौकरी देने वाला बना दिया है. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि हमारे युवाओं की प्रतिभा और नवाचार की क्षमता को दर्शाती है. मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले वर्षों में भारत वैश्विक नवाचार में अग्रणी भूमिका निभाएगा. कॉन्क्लेव में उन्होंने युवाओं से स्टार्टअप के ज़रिए देश की प्रगति में भागीदार बनने का आह्वान किया.

भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है स्टार्टअप इंडिया योजना
शाह ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया योजना भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसे 2016 में नवाचार को बढ़ावा देने और एक मज़बूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए शुरू किया गया था. जिससे भारत को नौकरी चाहने वाले देश से नौकरी देने वाले देश में बदला जा सके. शाह ने कहा कि 2014 में हमारे पास केवल 500 स्टार्टअप थे. आज हमारे पास DPIIT (उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग) के साथ पंजीकृत 1.92 लाख स्टार्टअप हैं. 2014 में हमारे पास चार यूनिकॉर्न थे और अब हमारे पास 120 ऐसे प्रतिष्ठान हैं जिनका संयुक्त बाजार मूल्य 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है. उन्होंने कहा कि आज कुल स्टार्टअप में से 52 प्रतिशत टियर-2 और टियर-3 शहरों में हैं. कुल स्टार्टअप में से 48 प्रतिशत महिलाओं द्वारा शुरू किए गए हैं. स्टार्टअप इकोसिस्टम ने 17.90 लाख लोगों को रोजगार दिया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि औसतन हर साल 17,000 स्टार्टअप स्थापित किए जा रहे हैं और इनमें से 9,000 टियर-2 और टियर-3 शहरों में हैं. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इंडिया अभियान ने हमारे युवाओं को नौकरी चाहने वालों से नौकरी देने वाला बना दिया है.
गुजरात बना स्टार्टअप क्रांति का केंद्र
शाह ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया योजना के शुभारंभ के समय सरकार को पता था कि अगर इसके लिए उचित माहौल नहीं बनाया गया तो यह सफल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2014 से देश भर के स्टार्टअप्स को वित्तीय, बुनियादी ढांचा, नीति और बैंकिंग सहायता उपलब्ध कराई गई है. स्टार्टअप्स की मदद के लिए 10,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड्स बनाया गया है. स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए अधिकतम ऋण सीमा 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये कर दी गई है और कई कर रियायतें भी दी गई हैं. उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं से स्टार्टअप्स में निवेश करने का आग्रह करते हुए कहा कि उनमें से एक एक दिन यूनिकॉर्न बन सकता है और आपकी संपत्ति में वृद्धि कर सकता है. शाह ने आगे कहा कि पिछले चार वर्षों से गुजरात स्टार्टअप क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उनके मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों की टीम ने मिलकर गुजरात को स्टार्टअप क्रांति का केंद्र बनाया है. राज्य देश के शीर्ष पांच राज्यों में से एक है. गुजरात में 16,000 स्टार्टअप हैं. अकेले अहमदाबाद शहर 6,650 स्टार्टअप के साथ शीर्ष-4 शहरों में है. उन्होंने कहा कि गुजरात लगातार चार वर्षों से स्टार्टअप क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य बना हुआ है.
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