Trump Tariff: डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान भारत-अमेरिका व्यापार रिश्तों में नई चुनौती पैदा कर सकता है. एक ओर वे दोस्ती का संदेश दे रहे हैं, तो दूसरी ओर भारत की टैरिफ नीति पर कड़ा रुख भी दिखा रहे हैं.
Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह डील अभी फाइनल नहीं हुई है और भारत उन देशों में शामिल है जो सबसे अधिक आयात शुल्क (टैरिफ) लगाते हैं. उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है जब दोनों देशों के बीच अगले दौर की बातचीत की तैयारी चल रही है.
“डील फाइनल नहीं है” – ट्रंप ने एयर फोर्स वन में दिया बयान
स्कॉटलैंड से लौटते वक्त एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप से पूछा गया कि क्या भारत के साथ ट्रेड डील फाइनल हो गई है? उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “नहीं, यह फाइनल नहीं है.”
भारत पर फिर से लगाया आरोप
ट्रंप ने भारत की व्यापार नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा, “भारत सबसे ज़्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक रहा है… लेकिन अब मैं जिम्मेदारी में हूं और यह सब ऐसे नहीं चलेगा.”
मोदी को बताया दोस्त, लेकिन शर्तों पर कायम
हालांकि ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “मित्र” बताते हुए कहा, “भारत और मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं. उन्होंने पाकिस्तान के साथ युद्ध को मेरी अपील पर रोका था, और वह एक बड़ी उपलब्धि रही.” लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि अमेरिका के हितों से समझौता नहीं होगा.

अगला राउंड 25 अगस्त को
नई दिल्ली में एक अधिकारी ने जानकारी दी कि अमेरिका की एक टीम 25 अगस्त को भारत आएगी, लेकिन दोनों पक्ष 1 अगस्त से पहले एक अंतरिम व्यापार समझौते तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. यह तारीख इसलिए अहम है क्योंकि तब अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ की सस्पेंशन अवधि समाप्त हो जाएगी.
अब तक पांच दौर की बातचीत पूरी
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर अब तक पांच राउंड की बातचीत हो चुकी है, जिनमें से आखिरी बैठक वॉशिंगटन में संपन्न हुई थी. दोनों पक्ष कुछ विवादित बिंदुओं को सुलझाने की कोशिश में लगे हैं ताकि टैरिफ बढ़ने से बचा जा सके.
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान भारत-अमेरिका व्यापार रिश्तों में नई चुनौती पैदा कर सकता है. एक ओर वे दोस्ती का संदेश दे रहे हैं, तो दूसरी ओर भारत की टैरिफ नीति पर कड़ा रुख भी दिखा रहे हैं. आने वाले हफ्ते दोनों देशों के लिए निर्णायक हो सकते हैं, खासतौर पर 1 अगस्त की डेडलाइन से पहले.
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