जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने बयान दिया कि उम्मीद है कि अगली बार अमरनाथ यात्रियों का पूर्ण राज्य में स्वागत किया जाएगा.
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य बनाने का राग छेड़ा है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, सुरिंदर चौधरी ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली सरकार को उम्मीद है कि अगली बार अमरनाथ यात्रियों का पूर्ण राज्य में स्वागत किया जाएगा. सुरिंदर चौधरी ने यह टिप्पणी उस समय की जब उन्होंने, नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक सज्जाद शाहीन और जिला विकास परिषद के अध्यक्ष रामबन शमशाद शान के साथ कश्मीर घाटी के प्रवेशद्वार बनिहाल में अमरनाथ यात्रियों के पहले जत्थे का स्वागत किया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार सुबह जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्रा आधार शिविर से 5,892 यात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई. जत्था कश्मीर घाटी पहुंच चुका है, जहां से 38 दिनों की तीर्थयात्रा 3 जुलाई को 3,880 मीटर ऊंचे मंदिर में शुरू होगी.
क्या बोले सुरिंदर चौधरी?
उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने मीडिया से कहा, “आज हम तीर्थयात्रियों का केंद्र शासित प्रदेश में स्वागत कर रहे हैं. लेकिन हमारी प्रार्थना हैं कि भगवान थोड़े दयालु बनें और हमारी सामूहिक इच्छा सुनें, ताकि अगली बार जब ये तीर्थयात्री आएं, तो हम उनका स्वागत केंद्र शासित प्रदेश में नहीं, बल्कि पूर्ण राज्य में करें.” चौधरी ने कहा कि तीर्थयात्रियों के प्रस्थान में कुछ देरी हुई, क्योंकि उपराज्यपाल ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया था उन्होंने कहा, “यह हमने सुना है और हम प्रार्थना भी कर रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों और देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों की इच्छाएं पूरी हों. यह एक त्योहार है .हम बनल में खड़े हैं, जहां हिंदू, मुस्लिम और सिख तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए एक साथ आए हैं. यह जम्मू-कश्मीर की खूबसूरती, इसका भाईचारा और आतिथ्य है.” मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बल और नागरिक प्रशासन सुचारू यात्रा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं.
यात्रा की सुरक्षा पर क्या कहा?
उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने कहा, “उपराज्यपाल यात्रा के सुरक्षा पहलू को देख रहे हैं, लेकिन बाकी व्यवस्थाएं, जैसे पानी और बिजली, जम्मू-कश्मीर सरकार के हाथों में हैं और इसमें कोई लापरवाही नहीं होगी. यात्रा सफल और शांतिपूर्ण होगी।” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और देश के लोग बहादुर हैं और गोलियों और बमों से नहीं डरते. जम्मू-कश्मीर एक सीमावर्ती राज्य है और हम हमेशा अपने देश के लिए खड़े हैं, अपने सैनिकों के पीछे खड़े हैं. मैं यहां लोगों को यह संदेश देने आया हूं कि जम्मू-कश्मीर देश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही सुंदर और सुरक्षित है. हम अपने देशवासियों के साथ खड़े हैं और उन्हें जम्मू-कश्मीर में घर जैसा महसूस होना चाहिए.”
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