Home Latest News & Updates अरुणाचल में सियासी तापमान: कैश, दबाव और मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप, कांग्रेस आयोग की शरण में

अरुणाचल में सियासी तापमान: कैश, दबाव और मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप, कांग्रेस आयोग की शरण में

by Sanjay Kumar Srivastava
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Election Commission

Local body elections: अरुणाचल प्रदेश में 15 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव है. बिहार के चुनाव परिणाम को देखते हुए कांग्रेस को डर है कि भाजपा जीत के लिए य़हां भी गड़बड़ी करा सकती है.

Local body elections: अरुणाचल प्रदेश में 15 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव है. बिहार के चुनाव परिणाम को देखते हुए कांग्रेस को डर है कि भाजपा जीत के लिए य़हां भी गड़बड़ी करा सकती है. इसी डर से कांग्रेस अब चुनाव आयोग का शरण में पहुंच गई है. अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर 15 दिसंबर को होने वाले पंचायत और नगरपालिका चुनावों में व्यापक गड़बड़ियों, बड़े पैमाने पर नकदी वितरण, मतदाताओं को डराने-धमकाने और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. सत्तारूढ़ भाजपा ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि कांग्रेस ने लोगों का विश्वास खो दिया है. कांग्रेस ने सोमवार को राज्य चुनाव आयोग को दिए एक ज्ञापन में आरोप लगाया कि जनता, मीडिया मंचों और ज़मीनी पर्यवेक्षकों से प्राप्त जानकारी से संकेत मिलता है कि राज्य के इतिहास में आगामी चुनाव के निष्पक्ष होने की उम्मीद नहीं है. जिससे लोकतांत्रिक अखंडता और मतपत्र की पवित्रता खत्म हो रही है.

चुनावी प्रक्रिया में खत्म हो रहा जनता का विश्वास

विपक्षी दल के अनुसार, निष्पक्ष चुनाव ज़मीनी स्तर पर लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखते हैं. अब ये चुनाव वोट-खरीद, सामूहिक दावतों और राजनीतिक लाभ के लिए सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग से सबसे महंगे और अनैतिक चुनावों में बदल गए हैं. कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि धन और शक्ति ने विचारधारा को प्रभावित कर दिया है और लोकतांत्रिक विकल्प को एक लेन-देन गतिविधि में बदल दिया है, जिससे चुनावी प्रक्रिया में जनता का विश्वास खत्म हो रहा है. कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा पर प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया. पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों, प्रशासनिक और स्थानीय अधिकारियों पर सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में काम करने के लिए दबाव डाला जा रहा है, जबकि तटस्थता बनाए रखने का प्रयास करने वालों को स्थानांतरण, धमकी या उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि चुनाव को देखते हुए वह विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर कैश-फॉर-वोट अभियान चला रही है. भाजपा मतदाताओं को पैसे लेने के बाद अपने मतदाता पहचान पत्र जमा करने के लिए मजबूर कर रही है.

जनता को कांग्रेस से कोई उम्मीद नहींः BJP

कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि चुनावों को वस्तु विनिमय प्रणाली में बदल दिया गया है, जहां वोटों का लेन-देन नकदी, शराब, राशन, उपभोक्ता वस्तुओं और अन्य प्रलोभनों के लिए किया जा रहा है. उधर, प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुच्चू मिथी ने इन आरोपों को निराधार करार दिया. रोइंग विधानसभा क्षेत्र से विधायक मिथी ने एक बयान में कहा कि राज्य चुनाव आयोग स्थानीय चुनाव नियमों और प्रक्रियाओं के आधार पर कराता है, अफवाहों के आधार पर नहीं. संस्थाएं प्रक्रियाओं से चलती हैं, राजनीतिक हताशा से नहीं. कांग्रेस निराश है क्योंकि उसने लोगों का विश्वास खो दिया है. जनता को कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं है. वे आरोप लगा सकते हैं और लोग चुनावों में इनका जवाब देंगे. चुनाव को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस ने आयोग से त्वरित सुधारात्मक कदम उठाने का आग्रह किया, जिसमें सभी गड़बड़ियों की गहन जाच हो सके.

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