केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है. एक्स पोस्ट में धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ’ रैली का जिक्र करके भी पार्टी को घेरा है.
Dharmendra Pradhan Slams Rahul Gandhi: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी और ओडिशा में ‘संविधान बचाओ’ रैली आयोजित करने के लिए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि यह संविधान के बजाय कांग्रेस के ‘प्रिंस’ राहुल गांधी और पार्टी को बचाने के लिए एक और राजनीतिक पर्यटन स्टंट है. धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके कांग्रेस को आड़े हाथों लिया.
‘ओडिशा में कांग्रेस को कोई अस्तित्व नहीं’
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित संविधान बचाओ रैली दरअसल कांग्रेस के शहजादे का एक और राजनीतिक पर्यटन था. यह ‘संविधान बचाओ’ नहीं बल्कि ‘ राहुल गांधी और कांग्रेस बचाओ’ समावेश है. ओडिशा में भाजपा की जनहितैषी सरकार के प्रति जनता का अडिग विश्वास कांग्रेस को परेशान कर रहा है. ओडिशा में कांग्रेस का कोई वजूद और अस्तित्व ही नहीं है, ओडिशा के गरीब, दलित, आदिवासी, किसान और मजदूरों ने कांग्रेस को दशकों पहले नकार दिया था. ऐसे में राहुल गांधी का ओडिशा के गरीबों के हित की बात करना छलावे के अतिरिक्त कुछ नहीं है. कांग्रेस का इतिहास हमेशा से गरीबों और कमजोर वर्गों के अधिकारों की अनदेखी करने का रहा है. कांग्रेस की सरकारों द्वारा दिल्ली से भेजे गए पैसों को कभी बिचौलिए लूट लेते थे, तो कभी SC, ST और पिछड़े वर्गों के हक को अपने खास वोटबैंक को कांग्रेस समर्पित कर देती थी. स्पष्ट शब्दों में कहें तो गरीबों का हक और आदिवासियों की जमीन तभी तक सुरक्षित है, जब तक कांग्रेस सत्ता में नहीं है.”
महाराष्ट्र और हरियाणा का किया जिक्र
इसी पोस्ट में धर्मेंद्र प्रधान ने आगे महाराष्ट्र और हरियाणा में परास्त हुई कांग्रेस के मुद्दे का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा, “कांग्रेस की महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में करारी हार हुई है, जिसके बाद राहुल गांधी और खड़गे चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं. हैरानी यह भी है कि संविधान बचाने का उपदेश वह कांग्रेस पार्टी दे रही है, जिसने लोकतंत्र का गला घोंटते हुए, संविधान को रौंदते हुए देश पर आपातकाल थोप दिया था. राहुल गांधी की हालत आज, ‘नाच न जाने, आंगन टेढ़ा’ जैसी है, बार-बार चुनावी हार के बाद एक बार फिर बिहार के आगामी चुनावों में हार को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ‘वोट चोरी’ का नया शिगूफा लेकर आई है. मगर, ओडिशा सहित देश की जनता, कांग्रेस और राहुल गांधी के हर प्रपंच व फरेब को अब पहचान चुकी है और आगे भी ऐसे जनविरोधी और संविधान विरोधियों को हर चुनाव में जनता करारा जवाब देती रहेगी.”
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