Ayodhya Pran Pratishtha: इस खास समारोह का साक्षी बनने के लिए कई हस्तियां पधार रही हैं. इनमें सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचने वाले हैं.
Ayodhya Pran Pratishtha: राम नगरी अयोध्या को फिर सजाया गया है, फिर पूरा शहर राम नाम के उद्घोष से गुंजायमान होने जा रहा है. बड़े-बड़े संत, महात्मा अयोध्या पहुंच चुके हैं. तैयारी है श्री राम जन्मभूमि के प्रथम तल पर राजा राम के दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन की. राम दरबार के साथ परकोटे के सात उप मंदिरों में भी जो मूर्तियां स्थापित हुई हैं उनकी भी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
समारोह का साक्षी बनने के लिए कई हस्तियां पधार रही
जानकारी के मुताबिक इस खास समारोह का साक्षी बनने के लिए कई हस्तियां पधार रही हैं. इनमें सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचने वाले हैं. सीएम योगी का हेलिकॉप्टर सुबह 10:30 बजे राम कथा पार्क के हैलीपैड पर लैंड करेगा. इसके बाद वह करीब 6 घंटे तक भगवान राम की नगरी में गुजारने वाले हैं. यहां पर वह तमाम कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले हैं. सीएम योगी का रामनगरी में पहला पड़ाव जन्मभूमि होगी, यहां पर वह करीब 2 घंटे रहने वाले हैं. इस बीच वह रामलला के दर्शन कर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे.
काशी और अयोध्या के वैदिक आचार्य मंत्रोच्चार के साथ करेंगे अनुष्ठान
प्राण प्रतिष्ठा का ये कार्यक्रम अभिजित मुहूर्त में सुबह 11:25 से 11:40 बजे के बीच संपन्न होगा. यहां पर काशी और अयोध्या के वैदिक आचार्य मंत्रोच्चार के साथ अनुष्ठान करने वाले हैं. कार्यक्रम के शेड्यूल के हिसाब से सीएम योगी हनुमानगढ़ी भी जाएंगे और पूजा अर्चना करेंगे.
राम दरबार की मूर्तियां जयपुर के मकराना संगमरमर से तैयार की गई हैं
आज गंगा दशहरा के पावन अवसर पर ये कार्यक्रम संपन्न होगा. यह तिथि द्वापर युग के प्रारंभ और मां गंगा के धरती पर अवतरण की स्मृति के रूप में मनाई जाती है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, राम दरबार की मूर्तियां जयपुर के मकराना संगमरमर से तैयार की गई हैं, जो अपनी शुद्धता और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यह समारोह राम मंदिर के निर्माण कार्य के समापन का प्रतीक है और 5 जून को अभिजीत मुहूर्त (सुबह 11:25 से 11:40 बजे) में मुख्य प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस आयोजन में देश भर से साधु-संत, विद्वान और श्रद्धालु शामिल होंगे, जो इसे एक भव्य उत्सव बनाएंगे.
मंदिर के परकोटे में सात अन्य मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिनमें शिवलिंग, गणपति, हनुमान, सूर्य, भगवती, अन्नपूर्णा और शेषावतार लक्ष्मण जी की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी. ये मूर्तियां भी मकराना संगमरमर से बनी हैं, जो कारीगरों की निपुणता को दर्शाती हैं. यह समारोह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अयोध्या के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी उजागर करता है.
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