Home राज्यBihar चुनाव से पहले बिहार में युवाओं को लुभाने के लिए नीतीश ने फेंका ये दांव, नौकरियों में महिलाओं को इतना कोटा

चुनाव से पहले बिहार में युवाओं को लुभाने के लिए नीतीश ने फेंका ये दांव, नौकरियों में महिलाओं को इतना कोटा

by Sanjay Kumar Srivastava
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Nitish Kumar

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राजद के सत्ता में आने पर ‘100 प्रतिशत डोमिसाइल’ का वादा किया है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी कुछ दिन पहले डोमिसाइल के समर्थन में सामने आए थे.

Patna: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को सरकारी शिक्षकों की भर्ती में ‘अधिवास नीति’की घोषणा की. हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने यह निर्दिष्ट नहीं किया कि राज्य में जन्मे और पले-बढ़े लोगों के लिए कितने प्रतिशत भर्तियां आरक्षित की जाएंगी. यह घोषणा राज्य में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हुई है. सीएम नीतीश कुमार ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि शिक्षा विभाग को शिक्षकों की भर्ती में बिहार के निवासियों (अधिवास) को प्राथमिकता देने के लिए संबंधित नियमों में आवश्यक संशोधन करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से हम शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं.

बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति

कहा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसे शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई)-4 से लागू किया जाएगा, जो इसी साल आयोजित की जाएगी. जबकि टीआरई-5 2026 में आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि टीआरई-5 के आयोजन से पहले माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) आयोजित करने के भी निर्देश दिए गए हैं. हाल ही में बिहार में ‘निवास नीति’ की बढ़ती मांग के बीच बिहार मंत्रिमंडल ने आदेश दिया कि सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत का कोटा केवल राज्य के ‘स्थायी निवासियों’ तक ही सीमित रहेगा. 2016 में राज्य सरकार ने राज्य में सभी स्तरों पर सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया था.

तेजस्वी का वादा- 100 प्रतिशत डोमिसाइल

गौरतलब है कि राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले अधिवास के मुद्दे पर जन-आंदोलन के प्रयास देखे जा रहे हैं. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राजद के सत्ता में आने पर ‘100 प्रतिशत डोमिसाइल’ का वादा किया है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी कुछ दिन पहले डोमिसाइल की मांग के समर्थन में सामने आए थे, लेकिन इस मुद्दे पर राजद की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया था. सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने 1 अगस्त को पटना में विरोध प्रदर्शन भी किया था और यातायात को अवरुद्ध कर दिया था. राज्य के हजारों युवा डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर समय-समय पर आंदोलन करते रहते हैं.

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