Attack on NDA : NDA के ‘जंगल राज’ के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस ने रविवार को पेपर लीक, और बिहार में जघन्य अपराधों पर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा.
Attack on NDA : NDA के ‘जंगल राज’ के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस ने रविवार को पेपर लीक, रोजगार की तलाश में परिवारों के विस्थापन और बिहार में जघन्य अपराधों पर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा. सत्तारूढ़ गठबंधन पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने आपराधिक घटनाओं का हवाला दिया और प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या यह उनकी संकटमोचक सरकार का मंगल राज है. एनडीए बिहार में मतदाताओं को आगाह करता रहा है कि बिहार में महागठबंधन की सत्ता में वापसी राजद शासन के जंगल राज के युग को वापस लाएगी. मोदी ने आरोप लगाया था कि लालू राज में अपराधी बेखौफ होकर काम करते थे. एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में रमेश ने कहा कि पटना की उन्हीं सड़कों पर जहां नौकरी और निष्पक्ष भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर युवाओं पर लगभग हर महीने लाठीचार्ज किया जाता था, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री वोट के लिए रोड शो कर रहे हैं.
20 साल बाद भी बिहार की हालत दयनीय
रमेश ने कहा कि बिहार में लाखों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है. रमेश ने आरोप लगाया कि जब यह पर्याप्त नहीं था तो फर्जी डिग्रियां बेचने का कारोबार भी फल-फूल रहा है. कांग्रेस नेता ने पूछा कि बिहार के लाखों युवाओं की कड़ी मेहनत और भविष्य के साथ समझौता क्यों किया गया? बिहार में किए गए एक जाति-आधारित सर्वेक्षण के अनुसार, 64% आबादी या लगभग 90 मिलियन लोग अभी भी केवल 67 रुपये प्रतिदिन पर गुजारा करते हैं. आपकी सरकार के 20 साल बाद बिहार इतनी दयनीय स्थिति में क्यों है. कांग्रेस नेता ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के डबल इंजन सरकार के नारे पर कटाक्ष किया. रमेश ने कहा कि डबल इंजन सरकार की नीतियों के कारण 3.18 करोड़ लोग रोजगार की तलाश में राज्य छोड़ने के लिए मजबूर हुए. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वे इन परिवारों के विस्थापन की जिम्मेदारी लेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि कैग ने बिहार में 10 विभागों में 70,000 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है. रमेश ने कहा कि कृपया पिछले सप्ताह बिहार में हुए जघन्य अपराधों पर भी ध्यान दें.
किया पलटवार, नीतीश सरकार पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि महज सात दिनों में आठ बड़ी हत्याएं और गोलीबारी की घटनाएं हुईं. जिसमें मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या, भोजपुर में उपेंद्र कुशवाहा समर्थक पिता-पुत्र की हत्या, सीवान में एएसआई अनिरुद्ध कुमार की गला रेतकर हत्या, भागलपुर में भाजपा नेता विवेकानंद प्रसाद को उनके घर में गोली मारी गई, जबकि रोहतास में होटल कर्मचारी नीतीश कुमार को बिल मांगने पर गोली मारी गई. लखीसराय में शैलेंद्र नाम के युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. कहा कि समस्तीपुर में छठ पर्व से लौटते समय मंटून सहनी की हत्या कर दी गई. इसके अलावा पटना में विकास कुमार को दिनदहाड़े गोली मार दी गई. कांग्रेस नेता ने कहा कि ये सिर्फ एक सप्ताह में हुई प्रमुख आपराधिक घटनाओं में से कुछ है. एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए रमेश ने कहा कि बिहार में हर दिन औसतन आठ हत्याएं, 33 अपहरण और 133 जघन्य अपराध होते हैं. कांग्रेस नेता ने तंज कसा कि तो प्रधानमंत्री जी, क्या यह आपकी डबल इंजन सरकार का मंगल राज है.
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