Home राज्यHaryana प्रदर्शन से हालात तनावपूर्ण: भिवानी में इंटरनेट पर रोक, खेत में मिला शिक्षिका का शव, मौत की होगी CBI जांच

प्रदर्शन से हालात तनावपूर्ण: भिवानी में इंटरनेट पर रोक, खेत में मिला शिक्षिका का शव, मौत की होगी CBI जांच

by Sanjay Kumar Srivastava
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Internet banned in Bhiwani

Teacher Death in Bhiwani: मृतका 11 अगस्त को स्कूल से निकलने के बाद लापता हो गई थी. वह एक नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के बारे में पूछताछ करने के लिए स्कूल से निकली थी.

Teacher Death in Bhiwani: हरियाणा के भिवानी में शिक्षिका की मौत से शहर में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए हरियाणा सरकार ने इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है. शिक्षिका (19) की मौत की जांच सीबीआई करेगी. शिक्षिका का अंतिम संस्कार गुरुवार को भिवानी में हुआ. मालूम हो कि 13 अगस्त को भिवानी जिले के एक खेत में मनीषा का शव पाया गया था. वह 11 अगस्त को स्कूल से निकलने के बाद लापता हो गई थी. बताया जाता है कि वह एक नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के बारे में पूछताछ करने के लिए स्कूल से निकली थी. गुरुवार को हरियाणा सरकार ने भिवानी जिले में मोबाइल इंटरनेट, बल्क एसएमएस (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं के निलंबन को सुबह 11 बजे से 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया.

अंतिम संस्कार में शामिल हुए सैकड़ों लोग

बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा था कि महिला शिक्षक के परिवार की मांग के आधार पर सरकार उसकी मौत की जांच सीबीआई को सौंप देगी. बुधवार दोपहर दिल्ली के एम्स में तीसरी पोस्टमार्टम के बाद उसका शव कल देर शाम भिवानी पहुंचा. गुरुवार सुबह भिवानी में उसके पैतृक गांव ढाणी लक्ष्मण में बड़ी संख्या में लोगों के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया. मनीषा के पिता संजय चिता को जलाते समय गमगीन थे. इससे पहले, हरियाणा सरकार ने शिक्षक की मौत पर सार्वजनिक आक्रोश के बीच मंगलवार सुबह 11 बजे से 48 घंटे के लिए भिवानी और चरखी दादरी जिलों में मोबाइल इंटरनेट, बल्क एसएमएस और डोंगल सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया था. गुरुवार को सरकार ने केवल भिवानी जिले में मोबाइल इंटरनेट का निलंबन बढ़ा दिया.

शिक्षिका की मौत से शहर में आक्रोश

अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह आदेश अगले 24 घंटों के लिए केवल जिला भिवानी के अधिकार क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था की किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए बढ़ाया जा रहा है, जो 21 अगस्त के 11:00 बजे से है. इससे पहले शिक्षिका की मौत से बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया. लोगों ने जिले में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने सीबीआई जांच की मांग की. उन्होंने सरकार से सीबीआई से जांच कराने और मृतका का पोस्टमार्टम दिल्ली के एम्स में कराने का आग्रह किया था. मंगलवार को निवासियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, उनका धरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा. सरकार ने प्रदर्शनकारियों की मांगें मान ली. इसके बाद लोगों ने धरना खत्म कर दिया. सोमवार को पुलिस ने दावा किया था कि जांच से पता चला है कि किशोरी ने ज़हर खाकर आत्महत्या की है.

पिता ने मांगा न्याय

शिक्षिका की मौत को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रहा और राजनेता कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का आरोप लगाते हुए मामले में कूद पड़े. लेकिन सोमवार को मौत के मामले में एक सुसाइड नोट सामने आने से जांच पूरी तरह पलट गई. उन्होंने कहा कि प्रशासन कह रहा है कि मेरी बेटी ने आत्महत्या की, लेकिन मैं कह सकता हूं कि वह कभी आत्महत्या नहीं कर सकती. मुझे न्याय चाहिए. विपक्षी दलों ने भाजपा नीत राज्य सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि कथित हत्या भगवा पार्टी के शासन में “कानून-व्यवस्था के ध्वस्त होने” का सबूत है. कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सूबे में कानून- व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. कहा कि पुलिस की लापरवाही से घटना हुई.

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