Home राज्यHimachal Pradesh सहायक औषधि नियंत्रक के आवास पर छापा, घर से महंगी शराब की बोतलें बरामद, 40 बैंक खाते फ्रीज

सहायक औषधि नियंत्रक के आवास पर छापा, घर से महंगी शराब की बोतलें बरामद, 40 बैंक खाते फ्रीज

by Sanjay Kumar Srivastava
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Ed Raid

एसीबी ने सितंबर 2019 में सरीन को गिरफ्तार किया था. बाद में खन्ना के साथ उन्हें भी आरोप पत्र में शामिल किया. अगस्त 2019 में मामला दर्ज हुआ था.

New Delhi: ईडी ने हिमाचल प्रदेश के सहायक औषधि नियंत्रक के आवास पर छापा मारा. छापेमारी के बाद करीब 40 बैंक और सावधि जमा खाते फ्रीज कर दिए गए. इस दौरान दो एसयूवी जब्त की गईं और पांच दर्जन शराब की बोतलें बरामद की गईं. हिमाचल प्रदेश के एक सहायक औषधि नियंत्रक पर जबरन वसूली और रिश्वत के आरोप में जांच की जा रही है. धर्मशाला में वर्तमान में सहायक औषधि नियंत्रक (एडीसी) के रूप में तैनात निशांत सरीन, उनके ससुर रमेश कुमार गुप्ता और एक सहयोगी कोमल खन्ना के खिलाफ ED ने 22 जून को छापेमारी की थी. ED ने सहायक औषधि नियंत्रक के हिमाचल, हरियाणा और पंजाब में स्थित उनके सात आवासीय, वाणिज्यिक और सरकारी परिसरों में छापेमारी की थी.

अगस्त 2019 में दर्ज हुआ था केस

धन शोधन का मामला अगस्त 2019 में हिमाचल प्रदेश पुलिस और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा सरीन के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी से सामने आया है, जब वह बद्दी में एडीसी के रूप में तैनात थे. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में कहा कि पुलिस का मामला व्यक्तिगत लाभ, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के लिए आधिकारिक पद के दुरुपयोग से संबंधित था. उनके खिलाफ लगाए गए ईडी के आरोपों पर टिप्पणी के लिए सरीन से संपर्क नहीं किया जा सका. एसीबी ने सितंबर 2019 में सरीन को गिरफ्तार किया और बाद में खन्ना के साथ उन्हें भी आरोप पत्र में शामिल किया. सरीन को उस वर्ष अक्टूबर में जमानत पर रिहा किया गया और 2024 में उन्हें धर्मशाला में एडीसी के रूप में तैनात किया गया.

जबरन वसूली भी जांच के दायरे में

केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि सरीन और अन्य के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने 2022 में एक और प्राथमिकी दर्ज की थी. ईडी ने आरोप लगाया कि यह मामला पंचकूला के झेनिया फार्मास्यूटिकल्स के साझेदारी विलेख में जालसाजी, कोमल खन्ना की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 95 प्रतिशत करने और निशांत सरीन और कोमल खन्ना द्वारा दी गई धमकी से संबंधित है, जो निशांत सरीन के आधिकारिक पद के एक बार फिर दुरुपयोग का संकेत देता है. कहा कि धर्मशाला के एडीसी के रूप में अपनी वर्तमान भूमिका में सरीन द्वारा जबरन वसूली और उनके परिवार के सदस्यों व दवा कंपनियों के बीच अंतर-संबंधित वित्तीय लेनदेन की शिकायतें भी जांच के दायरे में हैं.

तलाशी के दौरान फोन, लैपटॉप और पेन ड्राइव जब्त

तलाशी के दौरान दवा लाइसेंस, कारण बताओ नोटिस, दवा कंपनियों को जारी मंजूरी, संपत्ति से संबंधित दस्तावेज और मोबाइल फोन, लैपटॉप और पेन ड्राइव सहित डिजिटल उपकरण जैसे दस्तावेज जब्त किए गए. ईडी ने कहा कि लगभग 32 लाख रुपये की दो स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी), 40 से अधिक बैंक और सावधि जमा खाते, सरीन और उनके परिवार के सदस्यों के तीन लॉकर पीएमएलए के तहत जब्त या फ्रीज कर दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त, न्यू चंडीगढ़ के ओमेक्स कैसिया में सरीन के आवास पर 60 से अधिक महंगी शराब की बोतलें भी मिलीं. हिमाचल प्रदेश पुलिस की जांच के दौरान सरीन पर बद्दी में स्थित दवा कंपनियों से रिश्वत लेने के भी आरोप लगे थे.

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