Home RegionalJharkhand झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के कई ठिकानों पर ED का छापा, अवैध रेत खनन से जुड़े सबूत भी जब्त

झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के कई ठिकानों पर ED का छापा, अवैध रेत खनन से जुड़े सबूत भी जब्त

by Sanjay Kumar Srivastava
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ED Raid

पूर्व मंत्री पर आरोप है कि जबरन वसूली, अवैध रेत खनन और जमीन हड़पने जैसी गतिविधियों के जरिए बड़ी रकम जुटाई गई है.

Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनके परिवार के सदस्यों के कई ठिकानों पर छापेमारी की. सुबह से ही हजारीबाग और रांची में कम से कम आठ परिसरों पर छापेमारी की गई. ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है. ये छापेमारी उन आरोपों की चल रही जांच से संबंधित है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि जबरन वसूली, अवैध रेत खनन और जमीन हड़पने जैसी गतिविधियों के जरिए बड़ी रकम जुटाई गई है. योगेंद्र साव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड राज्य के पूर्व कृषि मंत्री रह चुके हैं. पिछले साल ईडी ने उनकी विधायक बेटी अंबा प्रसाद के खिलाफ चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ की थी.

ईडी ने पिछले साल 12 मार्च को भी की थी छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ धन शोधन की जांच के सिलसिले में झारखंड में आठ स्थानों पर तलाशी और सर्वेक्षण अभियान चलाया. अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चल रही जांच के आधार पर झारखंड के हजारीबाग और रांची में सुबह से ही छापेमारी चल रही है. छापेमारी जबरन वसूली अवैध रेत खनन और भूमि हड़पने जैसी गतिविधियों के माध्यम से अपराध की बड़ी आय अर्जित करने से संबंधित है. इसी तरह की छापेमारी ईडी ने पिछले साल 12 मार्च को रांची और हजारीबाग में साव, अंबा प्रसाद विधायक और उनके अन्य परिवार के सदस्यों व सहयोगियों से संबंधित 20 ठिकानों पर की थी.

जबरन वसूली, लेवी संग्रह और जमीन हड़पने का आरोप

ये कार्रवाई पीएमएलए के प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों जैसे जबरन वसूली, लेवी संग्रह, अवैध रेत खनन और जमीन हड़पने से संबंधित एक मामले के संबंध में की गई थी. ईडी ने झारखंड पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), 1860 और शस्त्र अधिनियम, 1959 की विभिन्न धाराओं के तहत साओ, उनके परिवार के सदस्यों और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज 15 से अधिक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के आधार पर जांच शुरू की थी. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि साव, अंबा प्रसाद अपने सहयोगियों के साथ विभिन्न प्रकार की आपराधिक गतिविधियों जैसे जबरन वसूली, लेवी संग्रह, अवैध रेत खनन और जमीन हड़पने में शामिल हैं.

अपराध की आय से खरीदी कई अचल संपत्तियां

ED ने 35 लाख रुपये, डिजिटल डिवाइस, सर्किल ऑफिस और बैंकों के नकली स्टैम्प और हस्तलिखित रसीदें और डायरी समेत कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए और उन्हें जब्त कर लिया. तलाशी के दौरान झारखंड राज्य में अवैध रेत खनन से जुड़े सबूत भी जब्त किए गए. ईडी ने एक बयान में कहा कि ऐसी आपराधिक गतिविधियों से उत्पन्न अपराध की आय को नकद में अर्जित किया गया. बाद में आगे की व्यावसायिक गतिविधियों और कई अचल संपत्तियों की खरीद के लिए उपयोग किया गया.

ये भी पढ़ेंः मनी लॉन्ड्रिंग मामला: दिल्ली हाईकोर्ट से अभिनेत्री जैकलीन को बड़ा झटका, FIR रद्द करने वाली याचिका खारिज

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