बिक्रम मजीठिया शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के रिश्तेदार हैं. मजीठिया पहले से ही 2021 के ड्रग्स मामले में जांच का सामना कर रहे हैं.
Chandigarh: पंजाब में बुधवार को सतर्कता ब्यूरो ने 25 ठिकानों पर छापा मारा. छापे के बाद पुलिस ने वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार कर लिया. मजीठिया की पत्नी और अकाली विधायक गनीव कौर मजीठिया ने दावा किया कि उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि ब्यूरो ने अभी तक उस मामले की पुष्टि नहीं की है जिसमें उसने अकाली नेता को गिरफ्तार किया है. मजीठिया के आवास पर भी छापा मारा गया.
सुखबीर सिंह बादल के रिश्तेदार हैं मजीठिया
बिक्रम मजीठिया शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के रिश्तेदार हैं. मजीठिया पहले से ही 2021 के ड्रग्स मामले में जांच का सामना कर रहे हैं.मजीठिया और उनकी पत्नी ने दावा किया कि सतर्कता ब्यूरो के सदस्य अमृतसर के ग्रीन एवेन्यू स्थित उनके घर में जबरन घुस आए. चंडीगढ़ में बिक्रम सिंह मजीठिया के आवास पर भी छापेमारी की गई थी. शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल, उनकी पत्नी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और कई वरिष्ठ अकाली नेताओं ने मजीठिया के आवास पर छापेमारी को लेकर आप सरकार पर निशाना साधा. कौर ने संवाददाताओं से कहा कि उनके पति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है.
मजीठिया ने मान सरकार पर साधा निशाना
अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि छापे से डरने वाले नहीं हैं, आप सरकार उनकी आवाज दबा नहीं सकती.
हम लड़ाई जारी रखेंगे. उधर, मजीठिया के आवास पर छापेमारी की खबर सुनकर अकाली नेता और समर्थक उनके आवास की ओर कूच कर गए. समर्थकों ने भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारे लगाए. मजीठिया के आवास पर भारी पुलिस तैनात थी. पुलिसकर्मियों ने किसी को भी बैरिकेड्स पार करने की अनुमति नहीं दी. बिक्रम मजीठिया ने यह भी आरोप लगाया कि सतर्कता अधिकारियों ने उनके बच्चों को आतंकित करते हुए घर में जबरन घुस लिया. मजीठिया ने सतर्कता टीम से कहा कि आपने जबरदस्ती घुसने का प्रयास किया. यह कोई तरीका नहीं है. अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि मैं सहयोग करने के लिए तैयार हूं. मजीठिया ने मान सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आप विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है.
जबरदस्ती घर में घुसने का आरोप
मजीठिया ने दावा किया कि मंगलवार रात सतर्कता विभाग ने एक नई प्राथमिकी दर्ज की है. वे जबरदस्ती घर में घुसे. अगर उन्हें डीए (आय से अधिक संपत्ति) मामले की प्राथमिकी दर्ज करनी थी, तो वे नोटिस देकर प्राथमिकी दर्ज कर सकते थे. यह बहुत स्पष्ट है कि आप घबरा गई है. मजीठिया ने कहा कि भगवंत मान जी, यह समझ लीजिए, चाहे आप कितनी भी एफआईआर दर्ज कर लें, न तो मैं डरूंगा और न ही आपकी सरकार मेरी आवाज दबा सकती है. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों पर बात की है और आगे भी करता रहूंगा. पंजाब पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) मजीठिया के खिलाफ 2021 के ड्रग मामले की जांच कर रहा है. ड्रग मामले में मजीठिया से कई बार पूछताछ हो चुकी है.
नशा कारोबार के आरोप में गए थे जेल
मजीठिया के खिलाफ ड्रग मामले की जांच कर रही एसआईटी ने विदेशों में वित्तीय लेनदेन की जांच के लिए अपनी जांच का विस्तार किया था, तब उसने कहा था. ज्ञात हो कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के शासनकाल में मजीठिया पर 20 दिसंबर, 2021 को एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था. यह कार्रवाई ड्रग रोधी विशेष कार्य बल की 2018 की रिपोर्ट के आधार पर की गई थी. प्राथमिकी राज्य अपराध शाखा ने अपने मोहाली पुलिस स्टेशन में दर्ज की थी. मजीठिया ने पटियाला जेल में पांच महीने से अधिक समय बिताया और पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा उन्हें जमानत दिए जाने के बाद अगस्त 2022 में जेल से बाहर आ गए.
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