Home Latest News & Updates बुर्का नहीं पहनने पर हैवान बना पति, पत्नी और दो बेटियों को मारकर सेफ्टिक टैंक में फेंका शव

बुर्का नहीं पहनने पर हैवान बना पति, पत्नी और दो बेटियों को मारकर सेफ्टिक टैंक में फेंका शव

by Live Times
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Murder over Burqa

Murder over Burqa: झूठी शान के कारण एक शख्स ने अपनी पत्नी और दो बेटियो की बर्बरता से हत्या कर दी. इसके बाद उसने तीनों शवों को सेफ्टिक टैंक में फेंक दिया.

17 December, 2025

Murder over Burqa: उत्तर प्रदेश के शामली से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. यहां झूठी शान के कारण एक शख्स ने अपनी पत्नी और दो बेटियो की बर्बरता से हत्या कर दी. फारुख नाम का व्यक्ति इस बात से नाराज था कि उसकी पत्नी ताहिरा बिना बुर्का पहने ही मायके चली गई थी. उसने गुस्से में अपनी पत्नी को गोली मार दी. इतना ही नहीं उसने डंडे से अपनी बेटी की आंख फोड़कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद पत्नी और दोनों बेटियों को सेफ्टिक टैंक में फेंक दिया.

दफ्ना कर ईटों का फर्श बिछा दिया

फारुख ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया. उसने बताया कि पत्नी ताहिरा बिना बुर्का पहने ही मायके चली गई थी, इसलिए वो नाराज था. 10 दिसंबर की रात को उसने अपनी पत्नी को गाली मार दी. बड़ी बेटी ने पिता को ऐसा करते हुए देख लिया इसलिए उसने उसे भी गोली मार दी. आवाज सुनकर जब छोटी बेटी आई तो उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. उसने डंडे से बच्ची की आंख भी फोड़ दी. इसके बाद फारुख ने तीनों शवों को सात फीट गहरे सेफ्टिक टैंक में फेंक दिया. उसने सबूत छुपाने के लिए सेफ्टिक टैंक के ऊपर ईटों का फर्श बिछा दिया.

तीन हजार में खरीदा तमंचा

SP ने बताया कि आरोपी ने तीन हजार रुपये में पिस्तौल खरीदने की बात कबूल कर ली है. उसने अभी तक सप्लायर का नाम नहीं बताया है. पुलिस अवैध हथियारों की सप्लाई नेटवर्क की भी जांच कर रही है. क्राइम का खुलासा होने के बाद, जब पुलिस आरोपी फारूक को थाने ले जा रही थी, तो मृतक महिला के परिवार वाले गुस्से में आ गए और उन्होंने उसे पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश की और उसे पीटा. हालात बिगड़ते देख पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. मृतक महिला के पिता ने मांग की है कि आरोपी को मौत की सजा दी जाए.

पहले से चल रहा था विवाद

मृतक महिला के पिता आमिर ने बताया कि फारूक उनकी बेटी को हमेश परेशान करता था. इस मामले को सुलझाने के लिए फारुख और ताहिरा के परिवारों के बीच दस से ज़्यादा पंचायत बैठके हुईं, लेकिन हर बार सामाजिक दबाव और शर्म के कारण बेटी को ससुराल वापस भेज दिया गया. आमिर ने कहा कि अगर उन्हें जरा भी अंदाजा होता कि क्या होने वाला है, तो वह अपनी बेटी को कभी ससुराल वापस नहीं भेजते.

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