Sawan 2025: भगवान शिव की प्रिय सवारी नंदी की चांदी की मूर्ति घर में लाने से क्या होते हैं लाभ, और किन बातों का रखना चाहिए ध्यान. जान लें इन बातों के बारे में.
Sawan 2025: सावन का महीना शिव भक्तों के लिए अत्यंत पावन माना जाता है. यह माह केवल व्रत और पूजन का समय नहीं होता, बल्कि भगवान शिव से जुड़ी पवित्र वस्तुओं को घर लाने और पूजा स्थल को सजाने का भी समय होता है. इस समय कई श्रद्धालु भगवान शिव की प्रिय सवारी नंदी महाराज की चांदी की मूर्ति भी अपने घर लाते हैं. पर क्या वास्तव में ऐसा करना शुभ होता है? या इसके पीछे कुछ विशेष नियम हैं जिनका पालन करना जरूरी है? आइए जानते हैं इसकी पूरी धार्मिक और वास्तु से जुड़ी व्याख्या.
क्या घर में चांदी का नंदी रखना सही है?
धार्मिक ग्रंथों और वास्तु शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार चांदी का नंदी घर में स्थापित करना शुभ फलदायक माना जाता है. विशेषकर सावन के महीने में जब शिव भक्ति अपने चरम पर होती है, तब नंदी की पूजा से शिव का आशीर्वाद भी सहज रूप से प्राप्त होता है. नंदी जी को केवल सवारी नहीं, बल्कि भक्तों और शिव के बीच एक माध्यम माना गया है. हालांकि, इसे स्थापित करते समय कुछ नियमों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है.
नंदी जी की स्थापना करते समय किन बातों का रखें ध्यान

नंदी महाराज की मूर्ति को सीधे भगवान शिव की प्रतिमा या तस्वीर के समकक्ष नहीं रखना चाहिए. मंदिरों में भी नंदी मुख्य द्वार के सामने रहते हैं और उनकी दृष्टि शिवलिंग की ओर होती है. उसी परंपरा को घर में भी अपनाना चाहिए. यदि आप घर के पूजा स्थल में नंदी जी को रखते हैं, तो शिव मूर्ति से थोड़ी दूरी बनाकर और उनकी ओर दृष्टि रखते हुए मूर्ति रखें. यदि पूजा स्थल में जगह की कमी है या आप वहां नंदी की मूर्ति नहीं रखना चाहते, तो ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में भी मूर्ति को स्थापित किया जा सकता है. स्थापना से पहले उस स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें और स्थान को हमेशा साफ-सुथरा रखें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
नंदी की मूर्ति स्थापित करने के धार्मिक और वास्तु लाभ
नंदी महाराज को श्रम, भक्ति, निष्ठा और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है. उनके माध्यम से घर में कई प्रकार की आध्यात्मिक और वास्तु संबंधी सकारात्मकताएं आती हैं.

पहला लाभ यह है कि घर का वास्तु दोष कम होता है. नंदी की उपस्थिति से घर में ऊर्जा का संतुलन सुधरता है.
दूसरा, आर्थिक परेशानियों में राहत मिलती है और धन-लाभ के योग बनते हैं.
तीसरा, नंदी जी की कृपा से शिव का आशीर्वाद भी घर में बना रहता है, जिससे संतान, स्वास्थ्य और संबंधों में शुभता आती है.
चौथा, नंदी के गुण जैसे धैर्य, सेवा और दृढ़ता परिवार के सदस्यों में धीरे-धीरे विकसित होने लगते हैं.
सावधानी से करें नंदी की स्थापना
सावन में भगवान शिव की कृपा पाने का सबसे सुंदर और सरल माध्यम है, भक्ति और श्रद्धा. यदि आप चांदी का नंदी घर में स्थापित करना चाहते हैं, तो यह निश्चित ही एक शुभ निर्णय हो सकता है, बशर्ते आप धार्मिक नियमों का पालन करें और नंदी जी को उचित सम्मान दें. यह केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि एक आस्था का माध्यम है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा, आर्थिक प्रगति और आध्यात्मिक शांति का मार्ग प्रशस्त होता है.
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