Sports Policy: केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इस नीति से देश की खेल प्रतिभाएं निखरेंगी. साथ ही वैश्विक स्तर पर भी भारत खेल सामग्री का प्रमुख निर्यातक बन जाएगा.
Sports Policy: केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि पूरे विश्व में खेल बहुत तेज़ी से विकसित हो रहा है. हमारे देश के खिलाड़ियों में काफी प्रतिभाएं हैं. उनमें सब कुछ हासिल करने की क्षमता है. हमें आगे आने वाली चुनौतियों को समझने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि हम खेल के बुनियादी ढांचे, खेल साहित्य और खेल शिक्षा डिज़ाइन को भी खेल सामग्री निर्माण का हिस्सा बना सकते हैं. जीएसटी जैसी कई चुनौतियां हैं. हमें एक टास्क फोर्स बनानी चाहिए और खेल निर्माण के लिए योजनाएं और नीतियां बनानी चाहिए. खेल मंत्री मनसुख ने कहा कि मंत्रालय अधिक उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र को मज़बूत करने का मार्ग प्रशस्त करने हेतु हितधारकों से संपर्क करेगा. खेल सामग्री निर्माण क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता है. राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक का पहला स्तंभ एथलीट-केंद्रित शासन था. खेल मंत्री ने महासंघों को भी संबोधित किया.
नीति निर्माण का काम सितंबर तक पूरा
कहा कि यह एक महत्वपूर्ण सम्मेलन है, खेल क्षेत्र में सुधारों का एक हिस्सा जो इस बात पर केंद्रित है कि हम खेल सामग्री निर्माण में कैसे हस्तक्षेप कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि नीति आयोग और निर्माताओं सहित सभी हितधारकों के साथ चर्चा के माध्यम से नीतियां बनाई जाएंगी. नीति निर्माण का काम सितंबर तक पूरा हो जाएगा. केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को घोषणा की कि भारत इस वर्ष के अंत तक एक समर्पित खेल सामग्री निर्माण नीति लागू करेगा. खेल मंत्री ने कहा कि इस नीति का उद्देश्य देश की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है. कहा कि इस नीति के लागू होने से भारत वैश्विक स्तर पर खेल सामग्री का प्रमुख निर्यातक बन जाएगा.
टास्क फोर्स तैयार करेगी नीति
कहा कि वर्तमान में कई एथलीट अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए महंगे आयातित उपकरणों पर निर्भर रहते हैं. इस चुनौती को दूर करने के लिए सरकार उच्च गुणवत्ता वाली स्वदेशी खेल सामग्री उत्पादन को बढ़ावा देगी. मंडाविया ने बताया कि इसके लिए राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) और उद्योग जगत के हितधारकों के साथ साझेदारी में एक टास्क फोर्स बनाई जाएगी, जो नीति तैयार करेगी. उन्होंने कहा कि नवंबर-दिसंबर तक यह योजना शुरू कर दी जाएगी. खेल मंत्री ने खेल सामग्री निर्माण सम्मेलन में कहा कि सरकार का लक्ष्य देश को सर्वश्रेष्ठ खेल सामग्री निर्माता बनाना है, ताकि उच्च श्रेणी की सुविधाएं एथलीटों को उपलब्ध कराई जा सकें और पूरे खेल पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त किया जा सके. इससे भारत खेल सामग्री उत्पादन और निर्यात दोनों ही क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाएगा.
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