Maharashtra News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में दलितों के लिए आरक्षित 1,800 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन एक मंत्री के बेटे को बेच दी गई.
Maharashtra News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में दलितों के लिए आरक्षित 1,800 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन राज्य के एक मंत्री के बेटे से जुड़ी कंपनी को बेच दी गई. उन्होंने दावा किया कि यह ‘जमीन चोरी’ उस सरकार द्वारा की गई है जो ‘वोट चोरी’ के जरिए बनी है. राहुल गांधी ने इस सौदे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी सरकार उन्हीं लोगों पर टिकी है जो दलितों और वंचितों के अधिकारों का हरण करते हैं. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बेटे पार्थ से जुड़ी एक फर्म से जुड़े पुणे के 300 करोड़ रुपये के भूमि सौदे पर अनियमितताओं के आरोप लगे. जिस पर गुरुवार को एक राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. इसके बाद सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया.
मुख्यमंत्री ने मांगी जानकारी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में दलितों के लिए आरक्षित 1800 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन मंत्री के बेटे की कंपनी को सिर्फ 300 करोड़ रुपये में बेच दी गई. इसके अलावा भूमि सौदे पर स्टांप शुल्क भी माफ कर दिया गया. जिसका अर्थ है कि यह न केवल डकैती है, बल्कि कानूनी स्टांप शुल्क पर भी छूट है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि वे जानते हैं कि चाहे वे कितना भी लूट लें, वे वोट चोरी करके फिर से सत्ता में लौट आएंगे. उन्होंने कहा कि न लोकतंत्र का सम्मान, न जनता का, न दलितों के अधिकारों का. गांधी ने पूछा कि मोदी जी आपकी चुप्पी बहुत कुछ कहती है. क्या आप इसी वजह से चुप हैं, क्योंकि आपकी सरकार उन्हीं लुटेरों पर टिकी है, जो दलितों और वंचितों के अधिकारों का हनन करते हैं? मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मामला प्रथम दृष्टया गंभीर है. उन्होंने संबंधित विभागों से जानकारी मांगी है. वहीं अजित पवार ने जोर देकर कहा कि वह किसी भी तरह से इस विवादास्पद सौदे से जुड़े नहीं हैं.
न्यायिक जांच की मांग
राहुल ने सत्तारूढ़ महायुति की आलोचना की. राहुल गांधी ने न्यायिक जांच की मांग की. इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई है. सरकार ने एक उप-पंजीयक को निलंबित कर दिया है. भूमि सौदे में अनियमितताओं की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की है. पार्थ पवार ने अभी तक आरोपों का जवाब नहीं दिया है. एक अधिकारी के अनुसार, पुणे के पॉश मुंधवा क्षेत्र में सरकार की 40 एकड़ महार वतन भूमि को एक निजी फर्म अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी को 300 करोड़ रुपये में बेच दिया गया, जिसका प्रतिनिधित्व उसके साझेदार दिग्विजय अमरसिंह पाटिल कर रहे हैं. इस पर स्टांप शुल्क माफ कर दिया गया. अधिकारी ने बताया कि पार्थ पवार भी इस फर्म में साझेदार हैं.
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