Sambhal News : संभल में भारी हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने कहा है कि सक्षम अधिकारी की प्रमीशन के बिना जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करेगा. साथ ही प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के तीन सांसदों को प्रवेश करने से रोक दिया.
Sambhal News : उत्तर प्रदेश के संभल में समाजवादी पार्टी (SP) का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मिलकर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए जाने वाला था. लेकिन जिला प्रशासन ने शांति और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रवेश करने से रोक दिया. शाही मस्जिद में जांच के बाद हुई हिंसा को लेकर बाहरी लोगों की एंट्री पर 10 दिसंबर तक रोक बढ़ा दी गई है. प्रशासन के आदेश के बाद संभल से सांसद जिया-उर-रहमान बर्क समेत समाजवादी पार्टी के तीन सांसदों को रोक दिया गया.
SP के तीन सांसदों को रोका
समाजवादी पार्टी ने हिंसा के बाद घोषणा की थी कि 15 सदस्यीय का प्रतिनिधिमंडल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के आदेश के बाद जानकारी जुटाने के लिए संभल का दौरा करेगा. लेकिन तीनों सांसदों की एंट्री पर रोक लगाने के बाद सांसद -उर-रहमान ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को जवाब देना होगा कि उन्होंने क्यों रोका? हम जनता के प्रतिनिधि हैं बस हम यही चाहते थे कि पीड़ितों से बात करके और उनकी समस्याओं को सुनकर एक रिपोर्ट तैयार करके अपने पार्टी अध्यक्ष को सौंपना चाहते थे.
प्रशासन ने निषेधाज्ञा की अवधि बढ़ाई
संभल में हिंसा के बाद यहां शांति और कानून-व्यवस्था को स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन ने बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 30 नवंबर से बढ़ाकर 10 दिसंबर तक रोक को बढ़ा दिया. दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा की अवधि भी 1 दिसंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबक तक कर दी गई. जिला मजिस्ट्रेट राजेन्द्र पेसीया ने कहा कि कोई भी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि जिले की सीमा में सक्षम अधिकारी की प्रमीशन के बिना प्रवेश नहीं करेगा.
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