Home Top News चमोली के गांवों में भूस्खलन ने मचाई भारी तबाही, 10 लोग लापता; तलाश में जुटा बचाव दल

चमोली के गांवों में भूस्खलन ने मचाई भारी तबाही, 10 लोग लापता; तलाश में जुटा बचाव दल

by Sachin Kumar
0 comment
Uttarakhand 10 missing landslide flooding Chamoli

Uttarakhand: उत्तराखंड के चमोली में बाढ़ आने से आम जन जीवन प्रभावित हो गया है. यहां पर दस लोग लापता हो गए हैं और मोक्ष नदी के तेज पानी ने कई इमारतों के क्षतिग्रस्त कर दिया है.

Uttarakhand: उत्तराखंड में चमोली जिले नंदनगर में गुरुवार को भारी बारिश के बाद भूस्खलन में एक गांव के घर ढह गए और एक नदी का पानी भी उफान पर है. भूस्खलन की वजह से दस लोग लापता हो गए. नंदनगर पहले से ही भूस्खलन से जूझ रहा है और कुंतारी गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों समेत 8 लोग लापता हैं. बताया जा रहा है कि भूस्खलन की चपेट में आधा दर्जन से ज्यादा घर चपेट में आए हैं. वहीं, चमोली के जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने बताया कि अन्य दो लोग धुर्मा गांव के हैं, जहां मोक्ष नदी के तेज पानी ने कई इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. कुंतारी में स्थानीय राहत और बचाव दल लापता लोगों की तलाश में अभियान चला रहे हैं. डीएम ने बताया कि नंदनगर जाने वाला रास्ते भारी मलबे की वजह से अवरुद्ध हो गया है.

भूस्खलन में 10 लोग हुए लापता

जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के मुताबिक, लापता होने वाले लोगों में जगदंबा प्रसाद (70), उनकी पत्नी कांता देवी, और उनके दो बेटे विकास और विशाल (दोनों 10 वर्ष), (38) कुंवर सिंह (42), नरेंद्र सिंह (40), उनकी पत्नी भागा देवी (65) और देवेश्वरी देवी (65) शामिल हैं. स्थानीय निवासी और भारतीय रेड क्रॉस की जिला शाखा के जिला शाखा के उपाध्यक्ष नंदन सिंह राहत एवं बचाव कार्यों में शामिल हैं. उन्होंने बताया कि दलदल के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है. उन्होंने बताया कि 10 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, लेकिन उन्हें अस्पताल पहुंचाना मुश्किल है क्योंकि नंदानगर जाने वाला रास्ता कई जगहों पर बंद है.

हेलीकॉप्टर का रहे हैं इंतजार

बचाव दल के कर्मियों ने कहा कि हम घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि कुंतारी में तीन जगहों पर पहाड़ियों से मिट्टी और पत्थर की बाढ़ आ गई, जिससे रास्ते बुरी तरह से प्रभावित हो गए. नंदन सिंह ने बताया कि मोख घाटी क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मोक्ष नदी में बाढ़ आ गई, जिससे धुर्मा से सेरा तक नदी का कटाव हो गया और छह घरों समेत दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. दो लापता हैं. जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि धुर्मा लापता लोगों की पहचान गुमान सिंह (75) और ममता देवी (38) के रूप में हुई है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा बल की टीमें एक चिकित्सा दल और तीन एम्बुलेंस के साथ घटनास्थल पहुंच गई हैं.

यह भी पढ़ें- Rahul Gandhi ने शुरू किया प्रेस कॉन्फ्रेंस, हाइड्रोजन बम जैसा खुलासे का दावा; CEC पर आरोप

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?