India’s Action On Pakistan: पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव बढ़ा दिया है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी.
India’s Action On Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत लगातार एक के बाद एक डिजिटल और इकॉनॉमिक स्ट्राइक पाकिस्तान पर कर रहा है. पाकिस्तान के कई क्रिकेटर्स, फिल्मी सितारों, पत्रकारों, सरकारी संस्थाओं, और नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में बैन करने के बाद अब भारत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के X अकाउंट्स पर भारत में प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार के X अकाउंट पर भी रोक लगाई गई है.
पहलगाम हमले के बाद भारत का सख्त रुख
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव बढ़ा दिया है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने इमरान खान और बिलावल भुट्टो के X अकाउंट्स को ब्लॉक करने का फैसला इसलिए लिया, क्योंकि इन नेताओं के बयान और पोस्ट को भारत के खिलाफ भड़काऊ और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना गया.
क्यों लिया गया यह फैसला?
भारत सरकार ने हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर भड़काऊ और गलत सूचनाओं को फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती बढ़ाई है. X जैसे प्लेटफॉर्म पर सक्रिय पाकिस्तानी नेताओं के बयानों को भारत में अशांति फैलाने और तनाव बढ़ाने का माध्यम माना गया. विशेष रूप से, इमरान खान, जो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक हैं, और बिलावल भुट्टो, जो PPP के प्रमुख हैं, हाल के महीनों में भारत के खिलाफ तीखी टिप्पणियां करते रहे हैं.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने भारत के इस कदम की कड़ी निंदा की है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इसे “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला” करार दिया है. हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय पूरी तरह से आंतरिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से लिया गया है और इसका उद्देश्य देश में शांति और स्थिरता बनाए रखना है.
सोशल मीडिया पर चर्चा
X पर इस फैसले को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. जहां कुछ भारतीय यूजर्स ने सरकार के इस कदम की सराहना की है, वहीं कुछ ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है. एक यूजर ने लिखा, “भारत ने सही कदम उठाया. पाकिस्तानी नेताओं के भड़काऊ बयान देश में अशांति फैला सकते हैं.” वहीं, एक अन्य यूजर ने सवाल उठाया, “क्या यह कदम वाकई जरूरी था? इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा.”
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