गोंडा शहर में पुलिस ने एक युवती की शादी का आयोजन किया. उसका परिवार कमाने वाले की मौत के कारण काफी संकट में था.
Gonda (UP): उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में पुलिस ने एक बहन की झोली खुशियों से भर दिया. भाई की हत्या के बाद परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा था. बहन की मई में पहले से तय शादी स्थगित हो गई. भाई ही एकमात्र कमाने वाला सदस्य था. इस बात की जानकारी जब गोंडा पुलिस को हुई तो उसने बहन की डोली को धूमधाम से विदा करने का बीड़ा उठाया. पुलिस की इस नेक पहल की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि गोंडा शहर में पुलिस ने एक युवती की शादी का आयोजन किया, जिसका परिवार कमाने वाले की मौत और अन्य आर्थिक तंगी के कारण काफी संकट में था. शादी गुरुवार रात उमरी बेगमगंज क्षेत्र के धन्नीपुरवा गांव में हुई.
लुटेरों ने कर दी थी भाई की हत्या
उदय कुमारी ने अप्रैल में एक डकैती की घटना में अपने भाई को खो दिया था, जिससे परिवार को उसकी शादी स्थगित करनी पड़ी, जो पहले मई में होने वाली थी. परिवार को अपने संरक्षण में लेते हुए पुलिस ने शादी की पूरी जिम्मेदारी ली और समारोह को भव्य, पारंपरिक तरीके से संपन्न कराया. पुलिस अधीक्षक (SP) विनीत जायसवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के सहयोग से किया गया. उन्होंने कहा कि लड़की की शादी 5 मई को होनी थी, लेकिन 24 अप्रैल की रात उसके भाई शिवदीन की घर में घुसे लुटेरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. नतीजतन शादी रद्द करनी पड़ी. जांच के दौरान पुलिस पासी गिरोह तक पहुंची. तेजी से कार्रवाई करते हुए कई पुलिस टीमों को तैनात किया गया, जिसके परिणामस्वरूप छह आरोपियों की पहचान हुई.
STF के CO ने किया बारातियों का स्वागत
मुठभेड़ के दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तीन को गोली लगी. गिरोह के सरगना ज्ञान चंद पासी और एक अन्य वांछित अपराधी सोनू पासी को एसटीएफ और पुलिस ने क्रमश: 20 मई को उमरी बेगमगंज और 22 मई को बाराबंकी में अलग-अलग मुठभेड़ों में मार गिराया. एसटीएफ के सर्किल ऑफिसर डीके शाही की पत्नी और राज्य महिला आयोग की सदस्य रितु शाही, एसपी विनीत जायसवाल की पत्नी और वामा सारथी (पुलिस परिवार कल्याण संगठन) की अध्यक्ष डॉ. तन्वी जायसवाल के साथ कुमारी के घर गईं. शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने के साथ ही उन्होंने कुमारी की शादी की पूरी आर्थिक जिम्मेदारी उठाने का आश्वासन भी दिया. एसटीएफ के सर्किल ऑफिसर डीके शाही ने बारातियों का स्वागत किया.
सजावट और खाने से लेकर रस्मों तक निभाई हर जिम्मदारी
गुरुवार को पुलिस और एसटीएफ के अधिकारी शादी के जश्न में शामिल हुए. सजावट और खाने से लेकर रस्मों तक हर छोटी-बड़ी बात पुलिस ने संभाली. पुलिस प्रमुख और उनकी पत्नी समारोह में शामिल हुए और विभाग की ओर से नवविवाहित जोड़े को 1.51 लाख रुपये नकद, जरूरी गहने और घरेलू सामान भेंट किए. एसपी ने कहा कि हम एक स्पष्ट संदेश देना चाहते थे. हम यहां सिर्फ अपराधियों से लड़ने के लिए नहीं हैं, बल्कि जरूरत के समय पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़े होने के लिए भी हैं.
एसपी ने कहा कि जब कोई परिवार संकट में होता है, तो यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी रक्षा करें, उन्हें आश्वस्त करें और उनके जीवन को पटरी पर लाने में मदद करें. कुमारी के पिता ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी देखने की सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं, लेकिन पुलिस की मदद से परिवार शादी करने में सक्षम हो गया.
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