Cricket News : इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में हार के बाद भारतीय टीम के हेड कोट की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई थी. साथ ही दूसरे मैच में टीम इंडिया ने कमाल की वापसी की और इसको लेकर योगराज सिंह का बयान आया है.
Cricket News : भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के पिता योगराज सिंह (Yograj Singh) अपने बयानों को लेकर काफी चर्चाओं में रहते हैं. इस बार वह टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि गौतम गंभीर की आलोचना नहीं होनी चाहिए, क्योंकि उनके नेतृत्व में भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है. मामला यह है कि इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में पहले टेस्ट में भारतीय टीम की हार के बाद हेड कोच को काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था. बात यहां तक पहुंच गई थी कि उन्हें जान से मारने तक की धमकी मिलने लग गई थी. हालांकि, शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम ने दूसरे मुकाबले में जीत दर्ज कर ली है.
युवा टीम ने शानदार मैच खेला
एजबेस्टन में मिली भारतीय टीम को जीते के बाद योगराज सिंह ने कहा कि दुनिया देख रही है कि इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम कितना शानदार खेली है. साथ ही वह लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने पहले टेस्ट मैच में हार के बाद भी लाजवाब क्रिकेट खेला. उन्होंने कहा कि हार के बाद कभी किसी को यह नहीं कहना चाहिए कि उस खिलाड़ी को बाहर निकाल दो या यह लायक नहीं है. एक प्लेयर्स के खिलाफ ऐसी बात नहीं करनी चाहिए, जिसकी वजह से उसका मनोबल गिर जाए. योगराज ने आगे कहा कि उनके जैसे पूर्व क्रिकेटर युवा खिलाड़ियों को सिखाने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें इसके लिए सम्मान मिलना चाहिए. हालांकि, एक रचनात्मक तरीके से आलोचना हो सकती है लेकिन किसी को जान से मारने की धमकी देना कानूनी और नैतिक रूप से गलत होगी.
हारने के बाद भी प्रोत्साहित करना चाहिए
योगराज सिंह ने कहा कि गौतम गंभीर के बारे में लोगों को कुछ नहीं कहना चाहिए, क्योंकि वह क्रिकेट के क्षेत्र में लगातार शानदार कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि गौतम गंभीर, युवराज सिंह और राहुल द्रविड आज भी क्रिकेट को कुछ न कुछ देने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि क्रिकेट ने उन्हें एक समय बहुत कुछ दिया है. अगर हमारे खिलाड़ी इस सीरीज में हार भी जाते हैं तो लोगों को लिखना चाहिए कि शानदार क्रिकेट खेला है और आगे तुम इससे भी ज्यादा बेहतर खेल सकते हैं. कोई बात नहीं दोस्त, जीत हार स्पोर्ट्स में चलती रहती है. अगर वह हार जाते हैं तो उनको समझाने की जरूरत रहती है और अगर वह जीत जाते हैं तो कोई सवाल ही नहीं बनता है.
यह भी पढ़ें- एक ही दिल कितनी बार जीतोगे गिल! भारतीय कप्तान अब दिग्गजों की इस रिकॉर्ड बुक में हुए शामिल
