भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य को चालू मानसून में 751 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कुल 249 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं.
Shimla: भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में तबाही मचा दी है. राष्ट्रीय राजमार्ग 3 को बंद कर दिया गया है. जिससे दोनों तरफ हजारों वाहन फंसे हुए हैं. भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य को चालू मानसून में 751 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कुल 249 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, जिनमें से 207 भूस्खलन प्रभावित मंडी ज़िले में हैं. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि भारी बारिश के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 3 (अटारी-लेह) का मंडी से धरमपुर वाया कोटली खंड भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है.
10 घंटे बंद रहा चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग
शुक्रवार देर रात मंडी में पंडोह बांध के पास कैंची मोड़ पर भूस्खलन के बाद चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग का मंडी-कुल्लू खंड लगभग 10 घंटे तक बंद रहा. वहां से वाहनों को वैकल्पिक कटोला-कामंद मार्ग पर डायवर्ट किया गया. पहाड़ी से सड़क पर मलबा और पत्थर गिरने के बाद यातायात रुकने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई. अधिकारियों ने बताया कि मार्ग साफ होने के 10 घंटे बाद एकतरफा यातायात खोला गया. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, लगभग 463 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर और 781 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं. हिमाचल के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई है. मुरारी देवी में शुक्रवार शाम से 126 मिमी बारिश हुई है. पंडोह में 79 मिमी, स्लेपर में 67.7 मिमी, कोठी में 60.4 मिमी, मंडी में 53.2 मिमी, जोगिंदरनगर में 53 मिमी, भुंतर में 47.6 मिमी, भरारी में 40 मिमी, सराहन में 35 मिमी, नेरी में 34 मिमी और सुंदरनगर में 30.4 मिमी बारिश हुई.
राज्य को 751 करोड़ का नुकसान
सुंदरनगर, मुरारी देवी भुंतर और कांगड़ा में गरज के साथ बारिश हुई, जबकि नेरी, सियोबाग और कुकुमसेरी में 39 से 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. स्थानीय मौसम कार्यालय ने 18 जुलाई तक राज्य के 12 जिलों में से चार से दस में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है. मानसून की शुरुआत के बाद से 92 लोगों की मौत हो गई है. 56 बारिश से संबंधित घटनाओं में और 36 सड़क दुर्घटनाओं में, 172 घायल हुए हैं, जबकि 33 लापता हैं. 30 जून और 1 जुलाई की रात को मंडी के विभिन्न हिस्सों में 10 बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन के बाद बह गए 27 लोगों का पता लगाने के लिए खोज अभियान अभी भी जारी है. राज्य को चालू मानसून में 751 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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