Home Latest News & Updates उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण रैकेट का किया भंडाफोड़, छह राज्यों से 10 को किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण रैकेट का किया भंडाफोड़, छह राज्यों से 10 को किया गिरफ्तार

by Sanjay Kumar Srivastava
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पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस मामले की जांच मार्च में आगरा में तब शुरू की गई जब 33 वर्षीया और 18 वर्षीया दो बहनों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी.

UP: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण कराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 10 आरोपियों को देश के अलग-अलग छह राज्यों से गिरफ्तार किया है. राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि इस गिरोह में संलिप्त 10 व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश समेत देश के छह राज्यों से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस मामले की जांच मार्च में आगरा में तब शुरू की गई जब 33 वर्षीया और 18 वर्षीया दो बहनों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी. जांच में खुलासा हुआ कि इन बहनों का कथित तौर पर जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया. इनमें से एक युवती ने एक हथियार के साथ सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर भी पोस्ट की थी.

अमेरिका और कनाडा से फंडिंग होने का सुराग

आगरा के पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि ‘लव जिहाद’ में शामिल एक गिरोह द्वारा इन बहनों को निशाना बनाया गया था. हमें इनका वित्तपोषण अमेरिका और कनाडा से होने का सुराग भी मिला. आगरा पुलिस ने राजस्थान से तीन, उत्तर प्रदेश से दो, पश्चिम बंगाल से दो, गोवा से एक, उत्तराखंड से एक और दिल्ली से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गोवा निवासी आयशा, कोलकाता निवासी अली हसन और ओसामा, आगरा निवासी रहमान कुरैशी, मुजफ्फरनगर निवासी अबु तालिब, देहरादून निवासी अबुर रहमान, जयपुर निवासी जुनैद कुरैशी और मोहम्मद अली, दिल्ली निवासी मुस्तफा और राजस्थान निवासी मोहम्मद अली के रूप में हुई है.

‘मिशन अस्मिता’ के तहत कार्रवाई

आगरा पुलिस ने न्यायालय से समस्त आरोपियों का 10 दिनों का पुलिस रिमांड प्राप्त किया है. पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने इस जटिल नेटवर्क के भीतर विविध भूमिकाएं निभाई हैं. इनकी गतिविधियों में अवैध रूप से धन प्राप्त करना, धर्म परिवर्तन के लिए सुरक्षित घर उपलब्ध कराना, कानूनी सलाह की पेशकश करना और अन्य तरह की सहायता उपलब्ध कराना शामिल है. इन घटनाओं की तह तक पहुंचने के लिए एसटीएफ और एटीएस को भी जांच में सहयोग के लिए शामिल किया गया था. ये कार्रवाई ‘मिशन अस्मिता’ के तहत की गई जिसका उद्देश्य ऐसे अवैध गिरोह को ध्वस्त करना है. पुलिस महानिदेशक कृष्ण ने कहा कि मिशन अस्मिता के तहत विशेष रूप से उन अपराधियों को लक्ष्य बनाया जाता है जो लव जिहाद, अवैध धर्मांतरण के जरिए देश की सुरक्षा को गंंभीर खतरा पैदा करते हैं.

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