Poha vs Upma: अगर आप भी सुबह के नाश्ते में पोहा या उपमा खाते हैं तो ये खबर आप के लिए है. डाइट में शामिल करने से पहले जरूर समझें दोनों के फायदे और कमियां.
Poha vs Upma: हर सुबह जब नाश्ते की बात आती है तो एक सवाल अकसर सामने खड़ा हो जाता है, क्या खाएं जो जल्दी बने, स्वादिष्ट हो और शरीर के लिए भी फायदेमंद साबित हो? भारतीय रसोई में दो बेहद आम लेकिन पोषक ऑप्शन हैं, पोहा और उपमा. दोनों ही हर घर में बड़े चाव से खाए जाते हैं, लेकिन अगर बात हो हेल्थ की, तो इन दोनों में से कौन ज्यादा फायदेमंद है? आइए जानें इनके गुण, कमियां और यह भी कि किसे कब खाना चाहिए.
पोहा: हल्का, स्वादिष्ट और आयरन से भरपूर

पोहा चावल से बना होता है जिसे फ्लैटन करके तैयार किया जाता है. यह लो-कैलोरी फूड के रूप में जाना जाता है और विशेषकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो आयरन की कमी से जूझ रहे हैं. पोहा पेट में भारी नहीं लगता, जल्दी पच जाता है और एसिडिटी जैसी समस्या नहीं करता. इसमें प्याज, मटर, मूंगफली और नींबू मिलाकर न केवल इसका स्वाद बढ़ाया जा सकता है बल्कि इसका पोषण स्तर भी बढ़ जाता है.
हालांकि, इसमें प्रोटीन की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए इसे दही या स्प्राउट्स जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ लेना जरूरी हो जाता है.
उपमा: फाइबर से भरपूर और एनर्जी देने वाला ऑप्शन

उपमा रवा यानी सूजी से बनाया जाता है जो गेहूं से प्राप्त होती है. यह साउथ इंडियन ब्रेकफास्ट का एक प्रमुख हिस्सा है और फाइबर से भरपूर होने के कारण पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है. उपमा में कॉम्प्लेक्स कार्ब्स होते हैं जो धीरे-धीरे ऊर्जा रिलीज करते हैं, जिससे यह दिनभर एनर्जी बनाए रखने में मदद करता है. इसमें सब्ज़ियां मिलाकर इसका न्यूट्रिशन लेवल और बढ़ाया जा सकता है.
हालांकि, सूजी रिफाइंड होती है, इसलिए अगर इसका अत्यधिक सेवन किया जाए तो यह वजन बढ़ा सकती है. डायबिटीज के मरीजों को उपमा सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स थोड़ा अधिक हो सकता है.
दोनों में से कौन है बेहतर?
सेहत के लिहाज से देखा जाए तो दोनों ही व्यंजन अपने-अपने फायदों के साथ आते हैं. उपमा जल्दी पचता है और फाइबर-कार्ब्स से भरपूर है, वहीं पोहा आयरन का बेहतरीन स्रोत है और गैस या अपच नहीं करता. डॉक्टरों अनुसार, अगर हल्का और जल्दी पचने वाला नाश्ता चाहिए तो उपमा ज़्यादा बेहतर है, लेकिन अगर आप आयरन की पूर्ति और पेट हल्का रखने पर ध्यान दे रहे हैं तो पोहा भी कम नहीं.
पोहा और उपमा दोनों ही पारंपरिक भारतीय नाश्ते हैं और अपने-अपने तरीके से स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं. सही चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी सेहत की जरूरत क्या है, अगर आयरन की कमी है तो पोहा लें, और अगर लंबे समय तक एनर्जी और पेट भरा हुआ महसूस करना है तो उपमा बेस्ट है. इसलिए दोनों को अपनी डाइट में शामिल करें लेकिन मात्रा, समय और जरूरत को ध्यान में रखते हुए.
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