अगर आप भी किसी वजह से पढ़ाई छूट जाने से परेशान हैं और दोबारा उसे कंटीन्यू करना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए हैं. यहां कुछ ऐसे ऑपशन्स हैं जो हेल्पफुल हो सकते हैं.
Education News: Age is just a Number, एजुकेशन के लिए ये बात बिल्कुल फिट बैठती है. एजुकेशन के लिहाज से इस Quote के मायने भी बदल जाते हैं. अगर आपका स्कूल बीच में छूट गया है, तो भी पढ़ाई को फिर से शुरू करने और शिक्षा को कंटीन्यू रखने के कई प्रभावी उपाय हैं. जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना. दरअसल, कई कारणों से पढ़ाई बीच में ही छूट जाती है और फिर लोग ऑपशन्स के बारे में न पता होने की वजह से उसे दोबारा हाथ नहीं लगाते हैं. यह स्थिति कई कारणों से हो सकती है, जैसे आर्थिक तंगी, पारिवारिक जिम्मेदारियां, या अन्य व्यक्तिगत परिस्थितियां. हालांकि, शिक्षा को फिर से शुरू करने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जो न केवल ज्ञान बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि भविष्य में बेहतर अवसर भी प्रदान करते हैं.
ये उपाय हो सकते हैं काफी मददगार साबित-
पहला उपाय है नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS)। NIOS उन छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो नियमित स्कूल नहीं जा सकते. यह एक खुला और लचीला शिक्षा मॉडल प्रदान करता है, जहां छात्र अपनी गति से पढ़ाई कर सकते हैं. NIOS के माध्यम से 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी जा सकती है, और यह डिग्री नियमित स्कूलों के समकक्ष मानी जाती है. इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पंजीकरण करवाया जा सकता है.
दूसरा विकल्प है मुक्त विश्वविद्यालय (Open Universities) या डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम. इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) जैसे संस्थान विभिन्न कोर्स और डिप्लोमा प्रदान करते हैं. ये कोर्स उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो काम के साथ-साथ पढ़ाई करना चाहते हैं. IGNOU और अन्य समान संस्थानों में सस्ती फीस और लचीले समय के साथ स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की जा सकती है.
तीसरा, ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म जैसे Coursera, edX, या स्वयं (Swayam) का उपयोग किया जा सकता है. ये प्लेटफॉर्म मुफ्त या कम लागत पर कोर्स प्रदान करते हैं, जिनमें स्कूल स्तर से लेकर उच्च शिक्षा तक के विषय शामिल हैं. ये कोर्स न केवल ज्ञान बढ़ाते हैं, बल्कि सर्टिफिकेट भी प्रदान करते हैं, जो नौकरी के लिए उपयोगी हो सकते हैं.
चौथा, स्थानीय स्तर पर वयस्क शिक्षा केंद्र या सामुदायिक शिक्षा कार्यक्रम भी एक अच्छा विकल्प हैं. कई गैर-सरकारी संगठन (NGO) और सरकारी योजनाएं मुफ्त या कम लागत पर पढ़ाई के अवसर प्रदान करती हैं. इनके माध्यम से बुनियादी शिक्षा से लेकर व्यावसायिक प्रशिक्षण तक प्राप्त किया जा सकता है. अंत में, आत्म-अनुशासन और समय प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण हैं.
पढ़ाई को फिर से शुरू करने के लिए एक स्पष्ट लक्ष्य बनाएं, नियमित समय सारिणी बनाएं, और शिक्षकों या दोस्तों से सहायता लें. आर्थिक मदद के लिए सरकार की स्कॉलरशिप योजनाओं या शिक्षा ऋण का भी लाभ उठाया जा सकता है. दृढ़ निश्चय और सही संसाधनों के साथ, पढ़ाई को फिर से शुरू करना और अपने सपनों को पूरा करना संभव है.
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