भाजपा सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में ड्रग्स को लेकर टिप्पणी की थी जो पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा को नागवार गुजरी है. चीमा ने कंगना रनौत पर निशाना साधा है.
Harpal Singh Cheema on Kangana Ranaut Remark: पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने शुक्रवार को भाजपा सांसद कंगना रनौत की उस टिप्पणी पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब से आने वाले ड्रग्स हिमाचल प्रदेश के युवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं. पत्रकारों से बात करते हुए चीमा ने कहा, “कंगना रनौत को खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए क्योंकि उन्हें मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिए बेतुके और अप्रासंगिक बयान देने की आदत है. उन्हें चीजों की बुनियादी समझ नहीं है, इसलिए वह समाज और महिलाओं के प्रति ऐसे बयान देती हैं. मैं उनके बयान की निंदा करता हूं.”
उठाए कई सवाल
आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने सवाल किया कि मंडी की सांसद भाजपा शासित राज्यों के साथ-साथ अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में भी नशीली दवाओं की समस्या के मुद्दे पर चुप क्यों हैं. उन्होंने कहा, “गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान (भाजपा शासित राज्य) और यहां तक कि हिमाचल प्रदेश (कांग्रेस शासित राज्य) में पंजाब की तुलना में नशीली दवाओं की समस्या अधिक है. देश में सबसे ज्यादा ड्रग्स गुजरात के रास्ते भेजे जाते हैं और जोर देकर कहा कि पंजाब इस समस्या को जड़ से मिटाने के लिए कदम उठा रहा है.”
कंगना ने लगाया ये आरोप
दिल्ली में संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, “हिमाचल में ड्रग्स की स्थिति इतनी गंभीर है कि अगर तुरंत कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो पंजाब की तरह, जहां कुछ गांवों में सिर्फ विधवाएं और युवतियां हैं, हिमाचल को भी यही स्थिति झेलनी पड़ेगी.” उन्होंने दावा किया कि पंजाब से आने वाले ड्रग्स हिमाचल प्रदेश के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं, क्योंकि उनमें से कई नशे के आदी हो गए हैं और ड्रग्स खरीदने के लिए अपने माता-पिता के गहने या कारें चुरा रहे हैं. उन्होंने नशेड़ियों की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा, “वे खुद को कमरों में बंद कर लेते हैं, फर्नीचर तोड़ देते हैं, चीखते-चिल्लाते हैं और मदद के लिए चिल्लाते हैं. यह उनके लिए मौत से भी बदतर है.” कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के इस बयान का भी समर्थन किया कि अगर नशे की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो अगले पांच सालों में राज्य ‘उड़ता पंजाब’ बन जाएगा. ‘उड़ता पंजाब’ 2016 में बनी एक हिंदी फिल्म है जो पंजाब में नशीली दवाओं के खतरे के मुद्दे पर आधारित है. हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा एक नए अत्याधुनिक नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र की स्थापना की तत्काल आवश्यकता पर भी बल दिया.
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