Voter list controversy: विपक्षी सांसदों ने महसूस किया कि इस लड़ाई को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने सीईसी (CEC) के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का सुझाव दिया.
Voter list controversy: विपक्षी इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने सोमवार को यहां मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग नोटिस लाने पर विचार करने के लिए बैठक की. ज्ञानेश कुमार ने बिहार में मतदाता सूची संशोधन और कथित वोट चोरी को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है. सूत्रों ने बताया कि कई विपक्षी नेताओं ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में बैठक की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे सीईसी ने रविवार को उनके द्वारा उठाए गए किसी भी सवाल का जवाब दिए बिना एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. सूत्रों ने बताया कि कुछ विपक्षी सांसदों ने महसूस किया कि इस लड़ाई को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने सीईसी (CEC) के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि उसने चुनाव प्रक्रिया में उठाए गए संदेहों का जवाब नहीं दिया है या उन्हें दूर नहीं किया है.
कहा- भाजपा प्रवक्ता के रूप में काम कर रहा आयोग
सूत्रों ने कहा कि हालांकि यह कदम चर्चा के चरण में है, विपक्षी दल फिर से मिलेंगे और इस पर आगे चर्चा करेंगे. इस कदम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता नसीर हुसैन ने कहा कि वे इस संबंध में हर लोकतांत्रिक तरीके का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि हम कल उम्मीद कर रहे थे कि चुनाव आयोग जनता द्वारा उठाए जा रहे सभी चिंताओं और सवालों का जवाब देगा और उनका समाधान करेगा. आयोग लोगों द्वारा बताए जा रहे संदेहों और विसंगतियों को दूर करेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में मृत घोषित लोगों पर कोई जवाब नहीं दिया है और वह भाजपा के प्रवक्ता के रूप में काम कर रहा है. आयोग भाजपा प्रवक्ता की तरह ही बात कर रहा है. हमें देश में पूरी तरह से निष्पक्ष मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग की जरूरत है. मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग नोटिस पर विचार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर हुसैन ने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो हम संसदीय लोकतंत्र में किसी भी प्रक्रिया का उपयोग करने के लिए तैयार हैं.
CEC ने विपक्ष के आरोपों को किया खारिज
रविवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीईसी कुमार ने कहा था कि मतदाता सूची पुनरीक्षण का उद्देश्य मतदाता सूचियों में सभी कमियों को दूर करना है और यह गंभीर चिंता का विषय है कि कुछ दल इसके बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं. कहा कि विपक्षी चुनाव आयोग के कंधे पर निशाना साध रहे हैं. सीईसी ने दोहरे मतदान और वोट चोरी के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि सभी हितधारक पारदर्शी तरीके से एसआईआर को सफल बनाने के लिए काम कर रहे हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि चुनाव निकाय बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के नाम पर वोट चोरी को खुलेआम अंजाम देने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत कर रहा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि वह चुनाव आयोग के अधिकारियों के प्रति वफादार नहीं है. बिहार के सासाराम से शुरू हुई अपनी मतदाता अधिकार यात्रा के पहले दिन के अंत में यहां एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने यह भी कहा कि वोट चोरी को उजागर करने वाली उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उन्हें एक हलफनामा जमा करने के लिए कहा गया था, यह राज्य के लोगों के वोट चुराने का एक तरीका था.
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