Space Roadmap 2040: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि निजी खिलाड़ियों के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने से नवाचार और उद्यमिता की एक नई लहर आई है.
Space Roadmap 2040: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को यहां कहा कि भारत अगले 15 वर्षों में 100 से अधिक उपग्रहों को प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है. यह सरकारी प्रौद्योगिकी मिशनों और निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाले परिचालन मिशनों का मिश्रण होगा. उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी नारायणन, आईएनएसपीएसी के अध्यक्ष पवन गोयनका और गगनयान मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों की उपस्थिति में दूसरे राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह के दौरान अगले 15 वर्षों के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक रोडमैप भी जारी किया.

अंतरिक्ष तकनीक से ‘विकसित भारत’ का विजन
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि रोडमैप 2040 और उसके बाद भारत की अंतरिक्ष यात्रा का मार्गदर्शन करेगा. साथ ही खाद्य एवं जल सुरक्षा, आपदा लचीलापन, पर्यावरणीय स्थिरता और समावेशी विकास के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर विकसित भारत के दृष्टिकोण का समर्थन करेगा. उन्होंने कहा कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम एक परिवर्तनकारी चरण में प्रवेश कर गया है, जहां यह अब प्रतीकात्मक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है बल्कि देश की वैज्ञानिक प्रगति, तकनीकी नवाचार और लोक कल्याण में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बन गया है. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि निजी खिलाड़ियों के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने से नवाचार और उद्यमिता की एक नई लहर आई है. उन्होंने कहा कि एक बार सरकार के नेतृत्व वाली परियोजनाओं तक सीमित रहने वाले भारत में आज सैकड़ों स्टार्ट-अप हैं जो अंतरग्रहीय अन्वेषण के साथ-साथ दिन-प्रतिदिन के शासन में संभावित अनुप्रयोगों के साथ प्रौद्योगिकियों के विकास में लगे हुए हैं.
2040 तक चंद्रमा पर होगा भारतीय अंतरिक्ष यात्री
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ने चुपचाप लोगों के जीवन में प्रवेश किया है, आपदा प्रबंधन, बुनियादी ढांचे की निगरानी, स्मार्ट-सिटी योजना, आवास कार्यक्रम और यहां तक कि ड्रोन के माध्यम से भूमि-स्वामित्व मानचित्रण जैसी परियोजनाओं को शक्ति प्रदान की है. मंत्री ने इसरो के भविष्य के कार्यक्रमों को रेखांकित किया और कहा कि मानव रहित गगनयान -1 मिशन का प्रक्षेपण वर्ष के अंत तक होने की उम्मीद है. गगनयान -1 एक मानव-रोबोट मिशन होगा जिसमें एक ह्यूमनॉइड रोबोट, व्योममित्र, अंतरिक्ष की यात्रा करेगा. 2027 में, भारत गगनयान मिशन के तहत अपनी पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान का प्रयास करेगा सिंह ने कहा कि देश ने 2040 तक चंद्रमा पर एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को भेजने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है.
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