Vice President Election 2025 : उपराष्ट्रपति इलेक्शन के लिए सत्ता और विपक्ष ने कमर कसना शुरू कर दिया है. इसी बीच विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार ने वामपंथी दल के नेताओं से मुलाकात की है.
Vice President Election 2025 : जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) की तरफ से स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा देने के बाद से ही देश में सवाल खड़ा हो गया है कि कौन इस बार उपराष्ट्रपति बनेगा? इसी बीच सत्तापक्ष ने अपना उम्मीदवार महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्ण (CP Radhakrishnan) को बनाया है, जबकि विपक्ष ने बी सुदर्शन रेड्डी (B Sudarshan Reddy) को प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया है. इसी कड़ी में लगातार बयानबाजी हो रही है और सुदर्शन रेड्डी ने बुधवार को कहा कि वह भारत के संविधान की रक्षा और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. इसके अलावा उन्होंने CPI (M) एमए बेबी समेत वामपंथी दलों के नेताओं से मुलाकात की. 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे रेड्डी ने यहां पर CPI और CPI (M) के कार्यालय का दौरा किया.
UPA को बनाने के लिए सुरजीत को किया याद
इसके अलावा उनका हरकिशन सिंह सुरजीत भवन में CPI (M) के महासचिव एमए बेबी का स्वागत किया और सुरजीत को कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के निर्माता के रूप में याद किया. इस मौके पर बेबी ने कहा कि सुरजीत ने सत्तावादी और फासीवादी ताकतों के खिलाफ लड़ाई में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हर कोई कहता है कि हरकिशन सिंह सुरजीत UPA सरकार के निर्माता थे, भले ही बाद में राजनीतिक मतभेद भी हुए. उन्होंने कहा कि आज हमारा देश एक सत्तावादी शासन का सामना कर रहा है जो हाल ही में नव-फासीवादी प्रवृत्तियों को अपना रहा है, अब यह बहुत महत्वपूर्ण राजनीतिक, वैचारिक और सांस्कृतिक संघर्ष बन गया है जिसमें हम पूरा विपक्ष मिलकर काम कर रहे हैं.
संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता
बेबी ने आगे कहा कि हमें गर्व है कि सीपीआई (एम) विपक्ष के इस संयुक्त कदम का हिस्सा है, जो भारत के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए भारत के उस विचार की रक्षा के लिए जिस पर सत्ताधारियों द्वारा व्यवस्थित रूप से हमला किया जा रहा है. हमारे देश के एक अत्यंत सक्षम और योग्य नागरिक को मैदान में उतारने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने बताया कि अगर संसद सदस्य भारतीय संविधान के मूल्यों की रक्षा करना चाहते हैं, ताकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य बन सके. साथ ही एक समतामूलक समाज के विकास की तरफ से तेजी आगे बढ़ सके और हमें अब रेड्डी को वोट देकर मजबूत करने का काम करना चाहिए. वहीं, संविधान की एक प्रति हाथ में लेकर रेड्डी ने कहा कि मैं अपनी बात अपने भाषण के जरिए नहीं, बल्कि अपने एक छोटे से भाव के माध्यम से व्यक्त करूंगा, जिसको अपने साथ बीते 52 सालों से साथ लेकर चल रहा हूं और कानून द्वारा स्थापित भारत का संविधान है.
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