BJP-Congress workers clash: मंत्री नितिन नबीन ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. राहुल गांधी और उनके सहयोगियों को देश से माफी मांगनी चाहिए.
BJP-Congress workers clash: बिहार के पटना में शुक्रवार को सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़प हो गई. विवाद की जड़ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान दरभंगा में उनके समर्थकों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां के प्रति कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल था. इस घटना के खिलाफ भाजपा ने पटना में विरोध मार्च आयोजित किया, जो कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम के बाहर जाकर तनावपूर्ण टकराव में बदल गया. भाजपा का विरोध मार्च मंत्री नितिन नबीन, मंत्री संजय सरावगी और विधायक संजीव चौरसिया के नेतृत्व में निकाला गया. पार्टी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की इस हरकत से पूरे देश का अपमान हुआ है.
नरेंद्र मोदी का अपमान बर्दाश्त नहीं
मंत्री नितिन नबीन ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. राहुल गांधी और उनके सहयोगियों को देश से माफी मांगनी चाहिए. भाजपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जब सदाकत आश्रम के समीप पहुंचे, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताने के लिए मुख्य द्वार अंदर से बंद कर लिया. स्थिति अचानक बिगड़ गई जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आश्रम के भीतर से पथराव करना शुरू कर दिया. इसके जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी आक्रामक रुख अपनाया. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने आसपास खड़े वाहनों में तोड़फोड़ कर दी. कुछ समय के लिए माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए. झड़प की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप किया. पुलिस अधिकारियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को समझाकर पीछे हटने पर राजी किया और सदाकत आश्रम के बाहर से उन्हें हटाया. हालांकि, इस दौरान हुए पथराव और तोड़फोड़ से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.
कांग्रेस कर रही अपमान और हिंसा की राजनीति
घटना के बाद भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति अब केवल अपमान और हिंसा पर आधारित रह गई है. उन्होंने साफ चेतावनी दी कि प्रधानमंत्री और उनकी मां पर टिप्पणी बर्दाश्त से बाहर है और पार्टी इस पर चुप नहीं बैठेगी. दूसरी ओर, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा अपनी नाकामी और जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के टकराव पैदा कर रही है. इस झड़प ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दिया है. एक ओर भाजपा कांग्रेस पर अभद्र भाषा और असम्मान का आरोप लगाकर माफी की मांग कर रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस इसे सत्तारूढ़ दल की साजिश करार दे रही है.
गरमाई बिहार की राजनीति
पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और पथराव व तोड़फोड़ में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. लगातार बढ़ते राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और सड़क पर उतरे कार्यकर्ताओं की भिड़ंत से यह साफ है कि बिहार की राजनीति आने वाले दिनों में और भी गरमाने वाली है. सत्ता और विपक्ष के बीच बढ़ता टकराव प्रदेश में कानून-व्यवस्था की चुनौती भी बन सकता है. पटना (मध्य) की पुलिस अधीक्षक दीक्षा ने पीटीआई को बताया कि यह एक मामूली झड़प थी और हमें दोनों पक्षों के लोगों के घायल होने की शिकायतें मिली हैं. पूरे मामले की जांच की जाएगी और तदनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक समूह भाजपा की गुंडागर्दी के विरोध में सदाकत आश्रम के द्वार के बाहर धरने पर बैठ गया.
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