Delhi Yamuna Flood Alert : राजधानी में यमुना का जलस्तर कम होना तो शुरू हो गया है लेकिन अभी भी कई इलाकों में पानी भरे हुआ है जिसकी वजह से लोगों को हेल्थ से जुड़ी कई परेशानी हो रही है.
Delhi Yamuna Flood Alert : देश की राजधानी दिल्ली में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने जिंदगी तहस-नहस कर दी है. यमुना का जलस्तर कम होने शुरू हो गया है लेकिन अब भी कई इलाकों में जलभराव हुआ है. इसके वजह से लोगों को कई हेल्थ से जुड़ी दिक्कतें सामने आ रही हैं. बाढ़ के चलते राहत शिविरों में हजारों लोग रह रहे हैं. सरकार का कहना है कि वह हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
CWC ने लगाया अनुमान
केंद्रीय जल आयोग यानी CWC ने अनुमान जताया था कि 6 सितंबर को सुबह 8 बजे तक पानी का स्तर घटकर 206.4 मीटर हो जाएगा. एक्सपर्ट की माने तो अगले कुछ दिनों में पानी का स्तर और कम होगा. इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि हालात धीरे-धीरे काबू में आ रहे हैं और जल्द ही सामान्य स्थिति बन जाएगी.
प्रवेश वर्मा ने किया मौके का दौरा
इस कड़ी में PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने निगम बोध घाट और मोनेस्ट्री मार्केट जैसे इलाकों का दौरा किया. उन्होंने साफ किया कि सिविल लाइंस इलाके में जो पानी जमा है, वह यमुना की बाढ़ से नहीं बल्कि बारिश से हुए जलभराव के कारण है. बाढ़ की वजह से हजारों लोग राहत शिविरों में पहुंच रहे हैं. सरकार की मानें तो पूर्वी दिल्ली में कई हजार लोग प्रभावित हुए और राहत शिविर लगाए गए.
यह भी पढ़ें: भारी बारिश से परेशान जनता, यमुना नदी उफान पर; IMD की सलाह- कब लोगों को मिलेगी राहत?
लोग कर रहे शिकायत
बाढ़ के प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में ले जाया जा रहा है लेकिन लोग शिकायत कर रहे हैं कि वहां उन्हें भोजन, पीने का पानी और सोने की कोई सुविधा पर्याप्त नहीं है.
बीमारियों का खतरा
राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को न केवल रहने और खाने की दिक्कत हो रही है बल्कि उनके बीच बीमारियों का खतरा भी बढ़ता दिख रहा है. इस दौरान बुखार, दाने और फंगल इंफेक्शन के मरीज डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं. बच्चों और बुजुर्गों में इसका असर ज्यादा दिख रहा है.
ट्रैफिक भी बढ़ा रहा परेशानी
कई इलाकों में जलभराव के कारण सड़कों पर गाड़ियां रेंगती दिख रही है. इसकी वजह से ट्रैफिक जाम की स्थिति लगातार बनती जा रही है. पुलिस को कई जगह डायवर्जन लगाना पड़ा. ऐसे में जिला प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि यमुना में कोई भी नहाने, नाव चलाने या घूमने के लिए न उतरे.
यह भी पढ़ें: दिल्ली से पंजाब तक बाढ़ से मचा हाहाकार, यमुना खतरे के निशान से ऊपर; पंजाब में भी उफान पर नदियां
