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महाराष्ट्र में OBC के साथ कोई अन्याय नहीं, कड़े सत्यापन के बाद ही जारी किए जाएंगे कुनबी प्रमाण पत्र: बावनकुले

by Sanjay Kumar Srivastava
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Chandrashekhar Bawankule

OBC Reservation: आरक्षण प्राप्त करने के लिए कुनबी प्रमाणपत्र चाहने वाले मराठा समुदाय के आवेदकों को अपने वंश से संबंधित कागजात प्रस्तुत करने होंगे.

OBC Reservation: महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के साथ कोई अन्याय नहीं होगा. केवल प्रामाणिक कुनबी रिकॉर्ड रखने वालों को ही मराठा कोटा की अधिसूचना के अनुरूप प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आरक्षण प्राप्त करने के लिए कुनबी प्रमाणपत्र चाहने वाले मराठा समुदाय के आवेदकों को अपने वंश से संबंधित कागजात प्रस्तुत करने होंगे, जो पहले से ही ओबीसी का दर्जा प्राप्त कृषक समूह, ग्राम पंचायत और तहसीलदार स्तर की समिति की रिपोर्ट के साथ हों. ये जाति दस्तावेज उचित सत्यापन के बाद ही जारी किए जाएंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि उप-विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी फर्जी (कुनबी) प्रविष्टि स्वीकार नहीं की जाए. सरकार के फैसले को सख्ती से लागू किया जाएगा.

ओबीसी श्रेणी में 353 समुदाय

उन्होंने यहां मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में ओबीसी मुद्दों पर नवगठित कैबिनेट उप-समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से ये बातें कही. भाजपा मंत्री बावनकुले ने कहा कि ओबीसी श्रेणी में 353 समुदाय हैं और 3,688 करोड़ रुपये के कल्याण कोष वितरण के लिए लंबित हैं, जिसके परिणामस्वरूप उम्मीदवारों को 1,200 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति रुकी हुई है. राजस्व मंत्री ने बताया कि उप-समिति ने छात्रावासों और सरकारी कार्यालयों के निर्माण के लिए भूमि आवंटित करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की. इस महीने की शुरुआत में राज्य प्रशासन ने हैदराबाद राजपत्र को लागू करने के लिए एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) जारी किया था. हैदराबाद राजपत्र एक ब्रिटिशकालीन अभिलेख है, जो कुनबी विरासत वाले मराठों के लिए कुनबी जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को सरल करेगा. जीआर की घोषणा के बाद मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जारंगे ने मुंबई में अपनी पांच दिन पुरानी भूख हड़ताल समाप्त कर दी.

कुनबी एक पारंपरिक कृषक समुदाय

मालूम हो कि कुनबी एक पारंपरिक कृषक समुदाय है. उन्हें नौकरियों और शिक्षा में सरकारी आरक्षण के लिए पात्र बनाने के लिए महाराष्ट्र में ओबीसी श्रेणी की सूची में शामिल किया गया है. बावनकुले ने कहा कि समिति के सदस्यों ने गलत दस्तावेजों के आधार पर कुनबी-मराठा प्रमाण पत्र जारी करने पर आपत्ति जताई. बावनकुले ने कहा कि भुजबल ने मराठा आरक्षण पर पहले के जीआर की आलोचना करते हुए ओबीसी के लिए धन के अपर्याप्त आवंटन पर नाराजगी व्यक्त की और समुदाय के छात्रों के लिए शिक्षा और छात्रावासों के लिए संसाधनों को तत्काल जारी करने की मांग की.मुंडे (भाजपा) ने इस बात पर जोर दिया कि मराठा सामाजिक रूप से पिछड़े नहीं हैं और उन्होंने कुनबी जाति प्रमाण पत्र जारी करने से पहले दस्तावेजों की कड़ी जांच करने का आग्रह किया. बावनकुले ने बताया कि राठौड़ (शिवसेना), नाइक (भाजपा), भराणे (राकांपा) और सावे (भाजपा) सहित अन्य मंत्रियों ने भी मराठा आरक्षण आंदोलन के बीच पिछले सप्ताह गठित उप-समिति के समक्ष अपने विचार रखे.

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