Asia Cup Trophy Controversy : भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकार एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया है. लेकिन जीत के बाद से जो ट्रॉफी कॉन्ट्रोवर्सी हुई उसपर कप्तान सूर्यकुमार ने पहला बयान दिया है.
Asia Cup Trophy Controversy : भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ 5 विकेट से एशिया कप का खिताब अपने नाम कर लिया है. खिताब जीतने के बाद से खिलाड़ी वतन लौट चुके हैं. ऐसे में जीत के साथ ही ट्रॉफी कॉन्ट्रोवर्सी हुई जिने हर किसी का ध्यान अपनी ओर किया. इसपर कप्तान सूर्यकुमार ने पहला बयान दिया है. हालांकि, उनके इस एक्शन की भारतीय फैन्स जमकर तारीफ कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल पाकिस्तान को हराने के बाद टीम इंडिया एशिया कप की ट्रॉफी के साथ जश्न नहीं मना सकी. ऐसा इसलिए क्योंकि ACC और PCB चीफ मोहसिन नकवी ट्रॉफी और मेडल लेकर अपने साथ लेकर चले गए. इसके बाद टीम इंडिया को बिना ट्रॉफी के ही भारत लौटना पड़ा. इसपर सूर्यकुमार यादव ने पहला बयान दिया है. उन्होंने आगे कहा कि वहां बैठकर पता नहीं चल रहा था कि भारत में क्या चल रहा है. यहां आकर अच्छा लग रहा है. लोग काफी खुश हैं और हम खेलते ही इसलिए हैं ताकि लोग खुश हो इंडिया में.
यह भी पढ़ें: Asia Cup: कुलदीप ने रचा इतिहास, जल्द तोड़ सकते हैं मलिंगा का रिकॉर्ड; निकले सबसे आगे
ट्रॉफी को लेकर क्या बोले सूर्यकुमार
जात के बाद से टीम इंडिया ने मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से इन्कार कर दिया था. सूर्या ने कहा कि हम तो वहां एक-डेढ़ घंटे से खड़े थे. इंतजार ही कर रहे थे कि कब ट्रॉफी सेरेमनी होगी क्योंकि कभी भी कोई टीम जीतती है तो आपको इंतजार करना होता है कि कब ट्रॉफी दी जाएगी. लेकिन हम ग्राउंड ग्राउंड पर ही थे. ट्रॉफी नहीं मिली तो कोई बात नहीं लेकिन इतने सारे लोग थे. वही हमारी असली ट्रॉफी है, जो प्लेयर्स और ग्राउंड स्टाफ हैं.
पीएम मोदी का जताया आभार
भारतीय कप्तान ने इस दौरान पीएम मोदी के सपोर्ट के लिए भी शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि अगर पीएम हमारे आगे खड़े हैं, तो फिर खिलाड़ी खुलकर मैदान पर खेलेंगे ही. सूर्या ने अभिषेक शर्मा, कुलदीप यादव और तिलक वर्मा को इस टूर्नामेंट का हीरो करार दिया. उन्होंने आगे कहा कि क्रिकेट एक टीम गेम है. यहां एक खिलाड़ी नहीं खेलता, सभी ने अपनी-अपनी जगह अच्छा किया. कुछ खिलाड़ी जैसे अभिषेक शर्मा और कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन किया. तिलक वर्मा ने भी फाइनल में कमाल कर दिखाया. बल्लेबाज अगर मैच जिताते हैं तो गेंदबाज टूर्नामेंट जिताते हैं. गेंदबाजों की वजह से हम ये एशिया कप का खिताब जीते.
यह भी पढ़ें: BCCI को मिला अपना नया प्रेसीडेंट, मिथुन मन्हास के नाम पर लगी मुहर; यहां देखें पूरी लिस्ट
