Bihar Election: बिहार में मंगलवार (11 नवंबर) को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए 4 लाख से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है.
Bihar Election: बिहार में मंगलवार (11 नवंबर) को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए 4 लाख से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है. नेपाल ने बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले शनिवार से भारत के साथ अपनी सीमा सील कर दी है और बीरगंज-रक्सौल सीमा पर वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि 122 विधानसभा क्षेत्रों में 45,399 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा, जिनमें से 40,073 ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे. राज्य पुलिस के सूत्रों के अनुसार, लगभग 8,491 महत्वपूर्ण मतदान केंद्र स्थान (पीएसएल) हैं, जहां सुरक्षाकर्मी मतदान के दौरान अतिरिक्त सतर्क रहेंगे.उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की लगभग 500 कंपनियां (लगभग 50,000 कर्मचारी) बिहार में चुनाव पूर्व कर्तव्यों में लगी हुई थीं. बाद में सीएपीएफ की 500 और कंपनियां राज्य में पहुंचीं.
गयाजी में सबसे अधिक 1,084 संवेदनशील केंद्र
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बिहार पुलिस के 60,000 से अधिक कर्मियों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से रिजर्व बटालियन के लगभग 2,000 कर्मी, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के 30,000 कर्मी, 20,000 से अधिक होमगार्ड, लगभग 19,000 नव भर्ती कांस्टेबल (जो प्रशिक्षण ले रहे हैं) और लगभग 1.5 लाख चौकीदार (ग्रामीण पुलिस) भी दोनों चरणों के लिए चुनाव ड्यूटी में लगे हुए हैं. दूसरे चरण में संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी बूथ समान रूप से महत्वपूर्ण हैं. गयाजी में सबसे अधिक 1,084 संवेदनशील पीएसएल हैं. इसके बाद औरंगाबाद (942), रोहतास (827), नवादा (690), बांका (613), भागलपुर (574), बेतिया (526), अररिया (518), सुपौल (406), बगहा (368), जमुई (357), भभुआ (325), अरवल (315), जहानाबाद (287), मधुबनी (282) आदि हैं. अधिकारी ने बताया कि किशनगंज, पूर्णिया, मोतिहारी और सीतामढ़ी में पीएसएल की संख्या शून्य है. इसके अलावा 122 सीटों पर 13,651 बस्तियां हैं, जिन्हें ‘असुरक्षित’ के रूप में पहचाना गया है.
सभी सीमा चौकियां सील
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारी और सुरक्षाकर्मी इन संवेदनशील क्षेत्रों में सुचारु मतदान सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था कर रहे हैं. बिहार में 6 नवंबर को 121 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. उधर, नेपाल ने बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले शनिवार से भारत के साथ अपनी सीमा सील कर दी है. बीरगंज-रक्सौल सीमा पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी देश में चुनाव के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत दक्षिणी नेपाल में भारत-नेपाल सीमा चौकियों को 72 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है. महोतारी जिला पुलिस कार्यालय के पुलिस अधीक्षक हेरम्बा शर्मा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि भारत के बिहार में 11 नवंबर को चुनाव हो रहे हैं. इसलिए हमने सुरक्षा कारणों से सीमा पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है. उन्होंने कहा कि महोतारी जिले में सभी सीमा चौकियों को सील कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मतदान समाप्त होने के बाद ये चौकियां फिर से खोल दी जाएंगी.
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