Election Commission: भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का विरोध कर रही हैं.
Election Commission: भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का विरोध कर रही हैं क्योंकि उन्हें अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की संभावित हार का डर है. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि बनर्जी एसआईआर से डरी हुई हैं, क्योंकि इससे उन घुसपैठियों का खुलासा हो जाएगा जिसे TMC ने अपने वोट बैंक के रूप में सुरक्षित रखा है. भाजपा का कहना है कि तुष्टिकरण की राजनीति के चलते मुख्यमंत्री इस प्रक्रिया पर सवाल उठा रही हैं, जबकि यह मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए आवश्यक कदम है. भाटिया ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि जब विभिन्न टीवी चैनलों पर यह खबर आई कि घुसपैठिए अपने देश लौट रहे हैं तो ममता बनर्जी दुखी, चिंतित और बेहद व्यथित नजर आईं.
25 नवंबर को ममता की रैली
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अब सोच रही हैं कि उन्होंने इन घुसपैठियों को पाला-पोसा, उन्हें फर्जी प्रमाण पत्र दिलवाए ताकि समय आने पर वे उन्हें वोट दें, लेकिन अब जब चुनाव आ रहे हैं तो वे अपने देश वापस जा रहे हैं. इस बीच बनर्जी 25 नवंबर को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बोंगांव में एक रैली करने वाली हैं. इसके बाद वह चांदपारा से ठाकुरनगर- मतुआ समुदाय के आध्यात्मिक मुख्यालय तक 3 किलोमीटर लंबे मार्च का नेतृत्व करेंगी. यह मतदाता सूची में बदलाव के खिलाफ उनके अभियान का एक हिस्सा है. यह एसआईआर के खिलाफ उनके अभियान का नवीनतम हिस्सा है, जिसकी गौरव भाटिया ने जबरदस्ती और अराजक कहकर निंदा की है.
TMC की उल्टी गिनती शुरू
कहा कि ममता बनर्जी एसआईआर को लेकर इतनी चिंतित और बेचैन क्यों हैं, जो यह सुनिश्चित करेगी कि केवल भारतीय नागरिक ही वोट दे सकें? उनकी क्या मजबूरी है? भाटिया ने चुटकी ली. भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बनर्जी की पूरी राजनीतिक प्रवृत्ति सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और घुसपैठियों के वोट पर आधारित है. भाटिया ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के कहने पर उनकी पार्टी के नेता हुमायूं कबीर 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद के निर्माण की बात करते हैं. अब यह स्पष्ट है कि ममता बनर्जी हिंदू विरोधी रुख अपनाकर कैसे तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं. उन्होंने कहा कि टीएमसी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग अगले साल राज्य के चुनावों में बनर्जी को कड़ा सबक सिखाएंगे.
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