Ram Mandir Dhwajarohan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राम मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराएंगे, जो इसके निर्माण के पूरा होने का प्रतीक है.
24 November, 2025
Ram Mandir Dhwajarohan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अयोध्या जाएंगे और राम मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराएंगे, जो इसके निर्माण के पूरा होने का प्रतीक है. प्रधानमंत्री के दौरे से पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 10 फीट ऊंचे और 20 फीट लंबे समकोण वाले तिकोने झंडे पर एक चमकते सूरज की तस्वीर है, जो भगवान राम की चमक और वीरता का प्रतीक है. इस पर ‘ॐ’ और कोविदारा पेड़ की तस्वीर भी है.
सप्तमंदिर जाएंगे पीएम मोदी
PMO ने कहा कि पवित्र भगवा झंडा राम राज्य के आदर्शों को दिखाते हुए गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देगा. अयोध्या में अपने रहने के दौरान, प्रधानमंत्री सप्तमंदिर जाएंगे, जिसमें महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी से जुड़े मंदिर हैं. इसके बाद शेषावतार मंदिर जाएंगे. बयान में कहा गया है कि मोदी माता अन्नपूर्णा मंदिर भी जाएंगे और राम दरबार गर्भ गृह में ‘दर्शन’ और ‘पूजा’ करेंगे. दोपहर करीब 12 बजे, प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर के ‘शिखर’ पर भगवा झंडा फहराएंगे, जो मंदिर के निर्माण के पूरा होने और सांस्कृतिक उत्सव और राष्ट्रीय एकता के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है.

5,000 महिलाएं करेंगी स्वागत
इस मौके पर प्रधानमंत्री एक भव्य रोडशो भी करेंगे. रोड शो को यादगार बनाने के लिए पूरे रामपथ को आठ ज़ोन में बांटा गया है. हर ज़ोन में, अलग-अलग सेल्फ-हेल्प ग्रुप (SHG) की लगभग 5,000 महिलाएं पारंपरिक कपड़ों में प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगी. वे थाली, आरती, मालाएं लेकर खड़ी होंगी और हाथ जोड़कर नमस्कार करेंगी. जिला प्रशासन ने यह ज़िम्मेदारी अलग-अलग समाज और संगठनों की महिलाओं को दी है. यह कार्यक्रम मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की शुभ पंचमी तिथि को होगा, जो श्री राम और मां सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त के साथ मेल खाता है, यह दिन दिव्य मिलन का प्रतीक है.
सुरक्षा टाइट
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत अयोध्या में ATS के कमांडो, NSG स्नाइपर्स, साइबर एक्सपर्ट्स और टेक्निकल टीमों सहित कुल 6,970 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी और एडवांस्ड मॉनिटरिंग सिस्टम भी चालू हैं. पुलिस सुपरिटेंडेंट से लेकर फील्ड-लेवल टीमों तक, सीनियर अधिकारी ऑपरेशन की देखरेख कर रहे हैं ताकि आसानी से तालमेल बना रहे. भीड़ मैनेजमेंट, सिक्योरिटी स्क्रीनिंग, एक्सप्लोसिव का पता लगाने और इमरजेंसी रिस्पॉन्स के लिए काम करने वाले लोगों को खास जगहों पर तैनात किया गया है. शहर में बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड, VVIP प्रोटेक्शन टीम, फायर यूनिट और रैपिड रिस्पॉन्स टीम जैसी स्पेशल यूनिट एक्टिव हैं.
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