US Guards Shot: राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि गार्ड्स पर गोली चलाने वाला हमलावर अफगानिस्तान से आया था और उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी.
27 November, 2025
US Guards Shot: देश की राजधानी में तैनात वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो सदस्यों को बुधवार को व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक दूर गोली मार दी गई. इस हमले से अमेरिका में सनसनी फैल गई है. स्टेट गवर्नर ने कहा कि घायल गार्ड्स को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनका इलाज जारी है . हमलावर को घेरकर सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया है. गोली चलाने से उसे भी चोट लगी है, जिसके बाद अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया है. DC पुलिस चीफ के एक एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट जेफरी कैरोल ने कहा कि हमलावर “कोने से आया” और तुरंत सैनिकों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
अफगानिस्तान से आया था हमलावर
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा ‘डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी को भरोसा है कि हिरासत में लिया गया संदिग्ध अफगानिस्तान से हमारे देश में आया था, जो धरती पर एक नर्क है.’ ट्रंप ने इसे प्वाइंट ब्लैंक रेंज से किया गया घातक आतंकी हमला बताया. थैंक्सगिविंग के लिए फ्लोरिडा में मौजूद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक बयान में चेतावनी दी कि जिस “जानवर” ने गार्ड मेंबर्स को गोली मारी, उसे “बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.” ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “भगवान हमारे ग्रेट नेशनल गार्ड और हमारी सभी मिलिट्री और लॉ एनफोर्समेंट को आशीर्वाद दें. ये सच में महान लोग हैं. मैं, यूनाइटेड स्टेट्स के प्रेसिडेंट के तौर पर और प्रेसिडेंसी ऑफिस से जुड़ा हर कोई, आपके साथ है!” ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने शूटिंग के बाद तुरंत 500 और नेशनल गार्ड मेंबर्स को वाशिंगटन भेजने का ऑर्डर दिया.
“The animal that shot the two National Guardsmen, with both being critically wounded, and now in two separate hospitals, is also severely wounded, but regardless, will pay a very steep price. God bless our Great National Guard, and all of our Military and Law Enforcement. These… pic.twitter.com/CyZJDqtdoR
— The White House (@WhiteHouse) November 26, 2025
बाइडन प्रशासन की आलोचना
संदिग्ध का अफगानिस्तान कनेक्शन निकलने के बाद अब बाइडन प्रशासन की आलोचना होना शुरू हो गई है, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल में अफगान शरणार्थियों को अमेरिका में बसाने का काम किया था. ट्रंप ने आगे कहा, “हमें अब बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के तहत, अफ़गानिस्तान से हमारे देश में आए हर विदेशी की दोबारा जांच करनी चाहिए. हमें किसी भी ऐसे विदेशी को देश से निकालने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाने चाहिए जो यहां का नहीं है या हमारे देश को कोई फायदा नहीं पहुंचाता है.”
2021 में अमेरिका आया था हमलावर
संदिग्ध की पहचान 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकनवाल के नाम से हुई है, जो कथित तौर 2021 में बाइडन सरकार की इमीग्रेशन पॉलिसी के तहत अमेरिका आया था. गोलीबारी में घायल होने के बाद रहमानुल्लाह को हिरासत में लिया गया है. जांच एजेंसिया इसे आतंकवादी हमला मानकर ही जांच कर रही हैं. संदिग्ध का अफगानिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद अमेरिका में रह रहे सारे अफगानी शरणार्थियों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी, क्योंकि उन्हें एक कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा.
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