IAF Pilot Eligibility: इस लेख में आपको भारतीय वायुसेना में पायलट बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है.
17 December, 2025
IAF Pilot Eligibility: भारतीय वायुसेना का हिस्सा होना गर्व की बात है. आसमान में फाइटर जेट उड़ाते हुए पायलटों को देखना जितना अच्छा और आकर्षक लगता है, वहां तक पहुंचने के लिए उतना ही संघर्ष करना पड़ता है. भारतीय वायुसेना में भर्ती होने की चाहत रखने वाले हर कैडिडेट यह सपना देखता है कि वह पायलट बनकर लड़ाकू विमानों को उड़ाए. पायलट बनने के लिए आपको सालों पहले से ही मेहनत करनी पड़ती है. कई कैंडिडेट्स और 12वीं पास बच्चों के मन में पायलट बनने की प्रक्रिया को लेकर कन्फ्यूजन रहती है और उनकी एक गलती उन्हें उनके सपने से दूर ले जाती है. आज हम आपको पूरी प्रक्रिया के बारे में बताएंगे कि पायलट बनने के लिए कितनी पढ़ाई करनी पड़ती है और कौन सी परीक्षा पास करनी पड़ती है.
हर ब्रांच के लिए करनी होगी अलग पढ़ाई
भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए आपको ग्रजुएशन के बाद AFCAT की परीक्षा देनी होगी. लेकिन आप किस ब्रांच में जाएंगे, यह ग्रेजुएशन में लिए हुए विषयों पर निर्भर करता है. भारतीय वायुसेना में हर ब्रांच के लिए अलग योग्यता होती है.
फ्लाइंग ब्रांच- आपके पास 10+2 में फिजिक्स और मैथ होना चाहिए, जिसमें आपके 50 प्रतिशत से अधिक अंक हो. इसके बाद आपको किसी भी विषय में 60 प्रतिशत अंक के साथ 3 वर्ष का ग्रेजुएशन करना होगा या 60 प्रतिशत अंक के साथ आप बीई/बी.टेक कर सकते हैं या आपको एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की परीक्षा पास करनी होगी, जिसमें आपको 60 प्रतिशत अंक लाने होंगे.
ग्राउंड ड्यूटी (टेक्निकल)- आपके पास 10+2 में फिजिक्स और मैथ होना चाहिए, जिसमें आपके 50 प्रतिशत से अधिक अंक हो.इसके बाद आपको इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएशन करना होगा (60 प्रतिशत) या इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (भारत) की सेक्शन A और B परीक्षा में 60% अंक लाने होंगे.
ग्राउंड ड्यूटी (नॉन-टेक्निकल)- इसके लिए आप किसी भी विषय से 12वीं कर सकते हैं.इसके बाद 60 प्रतिशत अंक के साथ किसी भी विषय में ग्रेजुएशन कर सकते हैं.
मीटियरोलॉजी- इसके लिए आपको साइंस सब्जेक्ट्स जैसे, एनवायरनमेंटल साइंस, फिजिक्स या मैथ्स में 50% मार्क्स के साथ पोस्ट-ग्रेजुएशन करना होगा.

अन्य योग्यता
AFCAT के लिए अप्लाई करने के लिए कुछ योग्यताएं भी जरूरी हैं. कैंडिडेट को भारत का नागरिक होना चाहिए. फ्लाइंग ब्रांच के लिए अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों की उम्र 20 से 24 साल के बीच होनी चाहिए. DGCA (भारत) द्वारा जारी वैध कमर्शियल पायलट लाइसेंस धारकों के लिए उम्र सीमा में 26 साल तक की छूट दी गई है. इसी तरह, ग्राउंड ड्यूटी (टेक्निकल/नॉन-टेक्निकल) ब्रांच के लिए, उम्र 20 से 26 साल के बीच होनी चाहिए. इसके अलावा 25 साल से कम उम्र के उम्मीदवार अविवाहित होने चाहिए. 25 साल से ज़्यादा उम्र के शादीशुदा उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं, लेकिन उन्हें ट्रेनिंग के दौरान अपने परिवारों के साथ रहने की इजाजत नहीं होगी.
कई टेस्ट देने होंगे
AFCAT की लिखित परीक्षा पास करने के बाद आपको एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है. इसमें पहले आपको ऑफिसर इंटेलिजेंस रेटिंग टेस्ट, पिक्चर परसेप्शन टेस्ट और डिस्कशन टेस्ट देना होगा. इसके बाद मनोवैज्ञानिक टेस्ट, ग्रुप टेस्ट और इंटरव्यू देना होगा. सभी टेस्ट पास करने के बाद आप भारतीय वायुसेना में शामिल हो सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए भारतीय वायु सेना की आधिकारिक वेबसाइट afcat.cdac.in पर जाएं.
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